ठीक एक महिने पहले वो 2 मई की रात थी. वो रात जिसको दुनिया के सबसे खुंखार आतंकी ओसामा बिन लादेन की जिंदगी और मौत का फैसला होना था. ऑपरेशन बेहद खतरनाक और खतरा चौतरफा था.