आर्कटिक महासागर में कई वैज्ञानिक गए हुए हैं जो ये पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि ग्लेशियर इतनी जल्दी क्यों पिघल रहे हैं और इसका दुनिया पर क्या असर होगा. वैज्ञानिकों की इस टीम के साथ पहुंच गया है आजतक आपको इस धरती की नीली मौत दिखाने के लिए.