आखिरकार लंबे जद्दोजहद के बाद भारत-अमेरिका असैन्य परमाणु करार ने आखिरी बाधा पार कर ली. अमेरिकी सीनेट से मंजूरी मिलने के बाद अब दोनों देशों के लिए इस करार पर दस्तखत करने का रास्ता साफ हो गया है.