आइसलैंड  में ज्वालामुखी फटने के बाद राख और धुएं का जो गुबार फैला है, उसके चलते मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं. यूरोप में अबतक 500 उड़ानें रद्द हो चुकी हैं. धुआं स्कॉटलैंड तक पहुंच चुका है.