scorecardresearch
 
Advertisement

ताल‍िबान‍ियों ने रास्ता रोका, चाकू से न‍िकाल ली आंखें; Afghan मह‍िला ने सुनाई आपबीती

ताल‍िबान‍ियों ने रास्ता रोका, चाकू से न‍िकाल ली आंखें; Afghan मह‍िला ने सुनाई आपबीती

जिन महिलाओं को तालिबान शरीयत कानून का टेस्ट केस बनाने पर तुला है, जिन महिलाओं को तालिबान कट्टरता की नोक पर काबू करने में लगा रहता है, जिन्हें तालिबान सुई की नोक के बराबर अधिकार और आजादी भी नहीं देना चाहता. उन्हीं महिलाओं ने आज तालिबान को आईना दिखाया. काबुल की सड़कों पर उतरकर महिलाओं ने बता दिया है कि तालिबान उन्हें कमज़ोर और मजबूर समझने की भूल ना करे. तालिबान कट्टर सोच से संक्रमित रहा है, ये तो पूरी दुनिया जानती है. लेकिन अब अफगानिस्तान की हुकुमत इसके हाथ लग गई है, इसलिए चिंता बढ गई है. महिलाओं पर तालिबान के जुल्म की कहानियां सामने आ रही हैं. ऐसी ही एक कहानी है पूर्व अफगान पुलिस अधिकारी हैं खातिरा हाशमी की. तालिबान ने न केवल उन्हें बांह और पीठ पर गोली मार दी थी बल्कि उनकी आंखे चाकू से निकाल ली थीं और उसके बाद वा कभी नहीं देख पाईं. इस हमले के दौरान वह दो महीने की गर्भवती थीं. देखें ये वीडियो.

After Afghanistan's seizure by the Taliban, the major concern is the safety and future of women in the country ruled by the hardline Islamist forces. One of the victims of the atrocity of the Taliban, Khatera Hashemi from Afghanistan, who now lives in New Delhi, shared that she was attacked by the Taliban fighters, who gouged out her eyes. Watch the video.

Advertisement
Advertisement