जलालुद्दीन हक्कानी को अमेरिका 9/11 से पहले फ्रीडम फाइटर मानता था लेकिन अमेरिका पर सबसे बड़े हमले के बाद वो आतंकवादी बन गया. इस तरह 9/11 ने सबकुछ बदल दिया. दरअसल अमेरिका को पता था कि ओसामा बिन लादेन और जलालुद्दीन हक्कानी में करीबी संबंध हैं. इसीलिए अमेरिका ने जलालुद्दीन हक्कानी से इस मामले में मदद मांगी लेकिन उसके इनकार करने पर अमेरिका उसके खिलाफ खड़ा हो गया और वो अमेरिका की नजर में आतंकवादी बन गया. 2001 में अफगानिस्तान में अमेरिका के दाखिल होते ही तालिबान के साथ हक्कानी नेटवर्क ने पाकिस्तान में जाकर शरण ली और खुद को मजबूत करने में जुट गए. देखें ये रिपोर्ट.