पाकिस्तान लौटने के बाद अपनी सत्ता बचाने के जुगत में जुट गए हैं जरदारी. नवाज शरीफ ने तो जरदारी के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया है और अपनी सभाओं में सरेआम कह रहे हैं कि जरदारी से बेहतर गिलानी हो सकते हैं बेहतर राष्ट्रपति.