चीन से निकला कोरोना आज तकरीबन 17 करोड़ से ज्यादा लोगों को संक्रमित कर चुका है. करीब 35 लाख लोग कोरोना की वजह से दम तोड़ चुके हैं. लेकिन कोरोना वायरस कहां से आया? ये सवाल अब भी बना हुआ है. जिस कोरोना ने हमारी जिंदगी को पूरी तरह से बदल डाला वो कोरोना वायरस प्राकृतिक रूप से फैला या फिर उसे एक हथियार के तौर पर चीन ने इस्तेमाल किया? इस सवाल पर अब भी बहस हो रही है. अमेरिका के बडे अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल ने दावा किया है कि चीन में कोरोना का पहला केस मिलने से पहले ही वुहान की लैब के 3 रिसर्चर बीमार पड़े थे. तीनों में कोरोना जैसे लक्षण देखे गए थे. इस खुलासे के बाद चीन एक बार फिर कटघरे में आ गया है और वुहान की लैब से कोरोना वायरस के निकलने वाली थ्योरी मजबूत हो गई है. ज्यादा जानकारी के लिए देखें वीडियो.
Three researchers from China's Wuhan Institute of Virology (WIV) sought hospital care in November 2019, months before China disclosed the Covid-19 pandemic, the Wall Street Journal reported on Sunday, citing a previously undisclosed US intelligence report. This new revelation on corona has once again put China under the scanner. Watch the video.