नरेंद्र मोदी और नवाज शरीफ दानों नेपाल में हैं. लेकिन दोनों की मुलाकात को लेकर अभी भी कयासों की स्थिति है, वहीं दोनों मुल्कों के बीच शांति वार्ता और इस बीच हुर्रियत को लेकर रेड लाइन पर हिना रब्बानी खार अलग राय रखती हैं. पाकिस्तान की पूर्व विदेश मंत्री का कहना है कि हुर्रियत को भी शांति वार्ता का साझीदार बनना चाहिए.
Hina Rabbani khar says Hurriyat should also become partner in indo-pak peace talks