मलेशियन एयरलाइन्स का विमान किसी हादसे का शिकार नहीं हुआ बल्कि इसे हाइजैक किया गया था. 10 दिन की जांच में जो सबसे बड़ी बात पता चली है वो ये कि प्लेन को हाइजैक करने वाला कोई और नहीं बल्कि उसका पायलट ही था.