ऑस्ट्रेलिया में नस्लीय हिंसा जारी है. यहां तक कि अब वहां इसके खिलाफ आवाज उठाना भी भारतीयों के लिए महंगा पड़ रहा है. प्रदर्शनकारी छात्रों को पुलिस ने मारा पीटा और गिरफ्तार भी किया. हालांकि बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया.