एक तरफ पाकिस्तान को खर्च के लिए कर्ज नहीं मिल रहा है. आईएमएफ वाले सलाह पर सलाह दिये जा रहे हैं. ऊपर से पाकिस्तान का खजाना खाली होता जा रहा है. तीसरी तरफ इमरान खान एंड कंपनी ने हाईकोर्ट से लेकर चुनाव आयोग तक शहबाज शरीफ सरकार की फजीहत करके रख दी है. तोरखम बॉर्डर पर अफगानी तालिबान ने पाकिस्तानी सेना पर जबरदस्त फायरिंग कर दी.