पाकिस्तान की हालत समंदर में डूबते उस जहाज की तरह हो गई है, जिसका डूबना तय है. बस ऐसा कब होगा, इसका सब इंतजार कर रहे हैं. पाकिस्तान की वित्तीय मामलों की जांच एजेंसी ने कहा कि पाकिस्तान को दिवालिया होने से कोई नहीं बचा सकता. अगर वो खैरात लेकर अभी बच भी जाए तो आने वाले महीनों में उसकी इकॉनमी दम तोड़ देगी.