भारत और पाकिस्तान के बीच 30 सालों की एक संधि है. इसमें हर साल की पहली तारीख को दोनों देश एक दूसरे को ये जानकारी देते हैं. इस जानकारी में दोनों देशों के न्यूक्लीयर इंस्टॉलेशन की एग्जेक्ट लोकेशन शेयर करते हैं. अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसा क्यों किया जाता है? इसकी वजह है 1988 में दोनों देशों के बीच हुई संधि. दोनों देशों के बीच जंग जैसी स्थितियों में न्यूक्लियर इंस्टॉलेशन पर हमला रोकना इस संधि का मुख्य उद्देश्य है. ऐसा इसलिए क्योंकि इससे भारी जान माल का नुक्सान हो सकता है. यही वजह है कि हर साल ये लिस्ट दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच एक्सचेंज होती है. देखें ये वीडियो.