आइसलैंड में ग्लेशियर के नीचे बौखला रहा ज्वालामुखी एक बार फ़िर भड़क उठा और उससे उठे धुएं के गुबार ने पूरे उत्तरी यूरोप में असर दिखाया है. हालात इतने बुरे हो गए हैं कि लंदन समेत ब्रिटेन के लगभग सभी हवाई अड्डों को कम से कम 6 घंटे के लिए बंद कर दिया गया है.