जो काम अधूरे मन से किया जाए, उसमें आधी-अधूरी सफलता ही मिलती है. आज अमेरिका ने भी ऐसे ही आधे-अधूरे मन से काबुल धमाके में मारे गए अपने 13 सैनिकों की मौत का बदला लिया है. अमेरिकी सेना ने आज दावा किया है कि उसने अफगानिस्तान में ISIS-K के एक ठिकाने पर ड्रोन अटैक किया है, जिसमें ISIS का एक सदस्य मारा गया है. लेकिन अमेरिका इस बात को लेकर Sure नहीं है कि मारा गया आतंकवादी ही काबुल हमले का साजिशकर्ता था. इसलिए अगर ये वाकई बदले की कार्रवाई थी, तो वैसी तो बिलकुल नहीं थी जिसके लिए अमेरिका पूरी दुनिया में मशहूर है. तो अब सवाल ये है कि क्या बाइडेन ने सिर्फ बदला लेने की खानापूर्ति की है? देखिए ये रिपोर्ट.
Less than 48 hours after the Kabul airport attack that killed over 100 including 13 US soldiers, the US military conducted airstrikes targeting Islamic State in Nangarhar. The US claimed that a conspirator of Kabul airport attack was killed in this airstrike. But the question arises, is the US's operation against Kabul bombers was just a show-off? Watch this report.