अफगानिस्तान में तालिबान की जीत से पाकिस्तान गदगत है. उसकी खुशी का ठिकाना नहीं है. उसे भरोसा नहीं हो रहा कि जिस तालिबान को खड़ा करने में अमेरिका ने बड़ा रोल निभाया वो उसी से हारकर वापस जा रहा है. लेकिन अमेरिका को अफगानिस्तान ने भी बहुत गहरे चोट दिए हैं. 1979 में अफगानिस्तान अमेरिका और सोवियत संघ के बीच चल रही कोल्ड वॉर का मैदान बन गया था. इस लड़ाई में अमेरिका और उसके सहयोगियों ने उन मुजाहिदीन और अरब-अफगानियों का साथ दिया, जो सोवियत यूनियन की सेनाओं के खिलाफ लड़ रहे थे. देखें पूरी रिपोर्ट.
Afghanistan has inflicted deep injuries on America. In 1979, Afghanistan became the ground of the ongoing Cold War between the US and the Soviet Union. In this battle, America and its allies supported the Mujahideen and Arab-Afghanistan who were fighting against the forces of the Soviet Union. Watch this full report.