जहरीली गैसों ने आर्कटिक के सीने में एक और जख्म कर दिया है. लगातार बढ़ती गर्मी से पहले तो यहां बिछी बर्फ की चादर पिघल गई और अब उसका पानी भी जहरीला हो गया है. पानी में घुल कर खतरनाक कार्बन डाइऑक्साइड गैस आर्कटिक सागर को धीरे धीरे तेजाब में तब्दील करती जा रही है.