यूक्रेन मानकर चल रहा था कि 16 फरवरी की रात उसके लिए कयामत की रात होगी और यूक्रेन पर रूस पूरी सैन्य ताकत से पहला हमला करेगा. लेकिन सारी आशंकाएं गलत साबित हो गईं. युद्ध तो छोड़िये, यूक्रेन के बॉर्डर पर एक पत्ता तक नहीं हिला. इस बीच ये माना जा रहा है कि नाटो के साथ आने से पूरे समीकरण बदल जाएंगे वहीं अब यूक्रेन में भी स्तिथि गंभीर दिख रही है. इस बीच आजतक संवाददाता राजेश पवार ने कीव से यूक्रेन के हालातों की जानकारी दी. देखें ये ग्राउंड रिपोर्ट.
There is a growing Russian military presence at Ukraine's borders, Western countries warned on Wednesday, as Estonia said battle groups were moving ahead of a likely attack to occupy "key terrain," contradicting Moscow's insistence of a pullback.