ग्लोबल वॉर्मिंग के खतरे पर विचार करने के लिए दुनिया के 192 देशों के प्रतिनिधि कोपेनहेगन में इकट्ठा हुए हैं. क्लाइमेट चेंज पर शुरु हुए इस सम्मेलन में सारे देश कार्बन उत्सर्जन की कटौती पर आमराय बनाने की कोशिश करेंगे.