आईपीओ की तैयारी में लगे भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने इस वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून के दौरान शेयर बाजार से 10,000 करोड़ रुपये का जबरदस्त मुनाफा कमाया है. (फाइल फोटो)
गौरतलब है कि सार्वजनिक बीमा कंपनी एलआईसी भारतीय शेयर बाजार की सबसे बड़ी घरेलू निवेशक है. वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान एलआईसी ने कुल 94,000 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं. इस तरह 31 मार्च 2021 तक एलआईसी का भारतीय शेयर बाजार में कुल निवेश 8 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. (फाइल फोटो)
बिजनेस अखबार मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार एलआईसी ने इस वित्त वर्ष यानी 2021-22 की पहली तिमाही में करीब 20,000 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. शेयरों की इस खरीद-फरोख्त से एलआईसी को करीब 10 हजार करोड़ रुपये का फायदा हुआ. (फाइल फोटो: Getty Images)
एलआईसी से जुड़े एक सोर्स ने मिंट को बताया, 'धारा के विपरीत चलने वाले निवेशक होने के नाते एलआईसी के सामने शेयरों से प्रॉफिट बनाने का मौका होता है. एलआईसी ने इन शेयरों को वर्षों पहले तब खरीदा था, जब बाजार में शायद अन्य कोई बीमा कंपनी नहीं थी. यह जून तिमाही में शायद अब तक का सबसे बड़ा मुनाफा है.' (फाइल फोटो: Getty Images)
गौरतलब है कि एलआईसी इस वित्त वर्ष के अंत तक खुद शेयर बाजार में लिस्ट होने यानी आईपीओ लाने की तैयारी कर रहा है. अब सरकार को लगता है कि इस तरह के रिकॉर्ड मुनाफे से ज्यादा से ज्यादा निवेशक एलआईसी के आईपीओ में पैसा लगाने को आकर्षित होंगे. (फाइल फोटो: Getty Images)
एक साल पहले से तुलना करें तो अप्रैल-जून 2020 में एलआईसी ने शेयर मार्केट से 7,000 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था. अप्रैल से अक्टूबर 2020 के बीच एलआईसी को करीब 15,000 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ. (फाइल फोटो)
जून तिमाही में ही एलआईसी ने हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कंपनी (HDFC) के 3,149 करोड़ रुपये के शेयर बेच दिए थे. इसी दौरान एलआईसी ने हीरो मोटोकॉर्प, बायोकॉन जैसी कंपनियों के शेयर भी बेच दिए थे. (फाइल फोटो: Getty Images)
सूत्रों के अनुसार, एलआईसी ने वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 5 लाख करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई थी. इसका करीब 50 फीसदी हिस्सा सरकारी प्रतिभूतियों, 35 फीसदी हिस्सा इक्विटीज, म्यूचुअल फंड, कॉमर्शियल पेपर और नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर और 15 फीसदी हिस्सा इन्फ्रास्ट्रक्चर संबंधी साधनों में लगाया गया है. (फाइल फोटो)