प्राइवेट सेक्टर के यस बैंक ने एक बड़ा फैसला लिया है. दरअसल, बैंक की ओर से शेयर बाजार को ये जानकारी दी गई है कि वह म्यूचुअल फंड कारोबार से बाहर निकलेगा.
बैंक ने बताया कि उसने 21 अगस्त, 2020 को यस बैंक एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड (यसएएमसी) और यस ट्रस्टी लि. (वाईटीएल) में अपनी 100 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के लिए करार किया है.
बता दें कि यसएएमसी यस म्यूचुअल फंड की संपत्ति प्रबंधन कंपनी है. वहीं वाईटीएल यस म्यूचुअल फंड की ट्रस्टी है. ये दोनों यस बैंक की पूर्ण स्वामित्व वाली इकाइयां हैं.
यस बैंक ने जीपीएल फाइनेंस एंड इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड से करार किया है. यस बैंक ने कहा कि इस सौदे के लिए अभी नियामकीय प्राधिकरणों से आवश्यक मंजूरी ली जानी है. यह सौदा पूरा होने के बाद यसएएमसी और वाईटीएल यस बैंक की इकाइयां नहीं रह जाएंगी. इसी के साथ यस बैंक म्यूचुअल फंड कारोबार से बाहर निकल जाएगा. यस बैंक के मुताबिक 8 से 12 माह के दौरान यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी.
हालांकि, यस बैंक के इस फैसले का म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले निवेशकों पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा. हां, ये जरूर है कि निवेशकों के फंड मैनेजर बदल जाएंगे.