
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की मुश्किलें बढ़ती नज़र आ रही हैं. पिछले हफ्ते घंटों तक पूछताछ के बाद से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को फिर सत्येन्द्र जैन से पूछताछ की. इसके पहले मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में सत्येंद्र जैन के दो बेहद करीबी कारोबारी पार्टनर और रिश्तेदारों से भी पूछताछ की गई.
आम आदमी पार्टी के मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ ईडी में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज है. बता दें कि ईडी पहले भी सत्येंद्र जैन के करीबी सुनील कुमार जैन और अजीत कुमार जैन से भी पूछताछ कर चुकी है. सत्येंद्र जैन से जामनगर हाउस स्थित ईडी के दफ्तर में पूछताछ की जा रही है.
सूत्रों के मुताबिक ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कोलकाता की कई कंपनियों से आए करोड़ों रुपये के बारे में पूछताछ की. सत्येंद्र जैन के ऊपर उनसे जुड़ी कंपनी अकिंचन डेवलपर्स, प्रयास इन्फो सॉल्यूशन कंपनियों के जरिए करोड़ों रुपए की हेराफेरी का आरोप है.
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जानकारी के मुताबिक, यह कथित तौर पर 4.63 करोड़ रुपये प्रयास इंफो सॉल्यूशंस, अकिंचन डेवलपर्स, मंगलयातन प्रोजेक्ट्स और इंडो मेटल इम्पेक्स प्रालि के जरिए वर्ष 2015-16 में प्राप्त किए गए. आरोपों के मुताबिक जैन और उनकी पत्नी की उस अवधि में इन कंपनियों में कथित तौर पर एक तिहाई हिस्सेदारी थीं.
हालांकि, सीबीआई की एफआईआर के आधार पर पिछले वर्ष ही अगस्त के महीने में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था. सीबीआई में दर्ज शिकायत के मुताबिक में जैन उन चार कंपनियों को प्राप्त धन का स्रोत नहीं बता पाए हैं जिन कंपनियों में वह शेयरधारक थे.
ईडी के पहले सीबीआई ने सत्येन्द्र जैन, उनकी पत्नी और चार अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था और इस मामले में पूछताछ की थी.