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कंपनी का FB पेज डिलीट कर जब ऐलन मस्क बोले- फेसबुक, ये क्या है?

डाटा लीक की खबर आने के बाद डिलीज फेसबुक हैशटैग लगातार सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है. कई लोगों ने इस ट्रेंड का हिस्सा बनते हुए अपना फेसबुक अकाउंट डिलीट भी कर दिया है.

एलोन मस्क एलोन मस्क
विकास जोशी
  • नई दिल्ली,
  • 26 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 2:53 PM IST

डेटा लीक की खबर आने के बाद डिलीट फेसबुक हैशटैग लगातार सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है. कई लोगों ने इस ट्रेंड का हिस्सा बनते हुए अपना फेसबुक अकाउंट डिलीट भी कर दिया है. इस ट्रेंड में अब एक और बड़ा नाम शामिल हुआ है और वो है ऐलन मस्क.  टेस्ला और स्पेसएक्स के प्रमुख एलोन ने अपनी दोनों कंपनी के फेसबुक पेज डिलीट कर दिए हैं.

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दरअसल ट्विटर पर उनके कुछ फॉलोवर्स ने उन्हें चुनौती दी कि अगर वह फेसबुक को पसंद नहीं करते हैं, तो वह अपनी कंपनियों के पेज भी फेसबुक से हटा दें. इस पर तुरंत एक्शन लेते हुए एलोन मस्क ने अपनी दोनों कंपनियों के पेज डिलीट कर दिए.

 इस दौरान उनके एक फॉलोवर ने फेसबुक को लेकर एक ट्वीट किया. इसके जवाब में मस्क ने कहा, ''फेसबुक, ये क्या है?'' अपनी कंपनी के पेज डिलीट करने को लेकर मस्क ने कहा कि मैंने यह काम राजनीति से प्रेर‍ित होकर नहीं क‍िया है. उन्होंने कहा कि मुझे फेसबुक पसंद ही नहीं है.

मस्क की दोनों कंपनी के फेसबुक पेज पर 26 लाख से ज्यादा फॉलोवर्स हैं. मस्क के एक फॉलोवर ने जब उन्हें उनकी कंपनी के फेसबुक पेज का स्क्रीनशॉट भेजा, तब उन्हें इस बात का पता चला कि उनकी कंपनी का फेसबुक पेज है.

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उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मुझे नहीं पता था कि मेरी कंपनी के भी फेसबुक पेज हैं. अभी पता चला, जल्द ही डिलीट कर दूंगा. इस तरह उन्होंने कुछ ही देर में पेज को डिलीट कर दिया.

क्या है विवाद?

अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प की मदद करने वाली एक फर्म ‘कैम्ब्रिज एनालिटिका’ पर लगभग 5 करोड़ फेसबुक यूजर्स के निजी जानकारी चुराने के आरोप लगे हैं. इस जानकारी को कथि‍त तौर पर चुनाव के दौरान ट्रंप को जिताने में सहयोग और विरोधी की छवि खराब करने के लिए इस्तेमाल किया गया. इसे फेसबुक के इतिहास का सबसे बड़ा डेटा लीक कहा जा रहा है.

कैम्ब्रि‍ज एनालिटिका (सीए) ने एक दूसरी कंपनी ग्लोबल साइंस रिसर्च (GSR) द्वारा विकसित एक एप्लिकेशन का इस्तेमाल करते हुए आसानी से ये डेटा हासिल किया था. साल 2014 में जीएसआर ने एक पर्सनॉलिटी क्विज ऐप 'दिसइजयोरडिजिटललाइफ' शुरू किया, इसे कुछ 'मनोवैज्ञानिकों' द्वारा किए जाने वाला प्रयोग बताया गया. फेसबुक के माध्यम से सामने आने वाले इस एप्लीकेशन को 2,70,000 लोगों ने डाउनलोड किया. डाउनलोड करने वाले ग्राहकों का फेसबुक डेटा सीए के पास पहुंच गया.

यह एप्लिकेशन वास्तव में फेसबुक की डेवलपर नीति के पूरी तरह से खिलाफ था. लेकिन फेसबुक ने इसे रोका नहीं और इसके द्वारा लोगों की डेटा चुराने और उसे दूसरों को बेचने का सिलसिला जारी रहा. इस तरह सिर्फ 2,70,000 लोगों के डाउनलोड से सीए ने उनके पूरे फ्रेंडलिस्ट में पहुंच बनाकर करीब 5 करोड़ यूजर्स के बारे में जानकारी बिना उनकी इजाजत के हासिल कर ली.

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