
निजी क्षेत्र की विमान कंपनी जेट एयरवेज अब टियर-2 श्रेणी के शहरों को सीधे जोड़ने पर ध्यान देगी. घरेलू हवाई रुट निर्धारित करने की उसकी रणनीति में यह एक बड़ा बदलाव है क्योंकि कंपनी का लक्ष्य इन नए शहरों के बाजार में अपनी गहरी पैठ बनाना है.
नरेश गोयल ने प्रवर्तित जेट एयरवेज समूह के पास बाजार में 18 फिसदी से थोड़ी ही अधिक हिस्सेदारी है. वर्तमान में कंपनी को सस्ती एयरलाइंस कंपनियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा मिल रही है क्योंकि कुल घरेलू हवाई यातायात की करीब 70 फिसदी हिस्सेदारी इन्हीं के पास है. इसी वजह से कंपनी अब एक स्थान से दूसरे स्थान तक सीधे विमान परिचालन पर ध्यान दे रही है, जबकि हाल तक वह एक स्थान से दूसरे क्षेत्र के बीच सेवाओं का संचालन करती रही हैं. इससे आशय एक बड़े शहर से छोटे शहरों के बीच हवाई सेवा देना है जबकि नई रणनीति के तहत एक छोटे शहर से दूसरे छोटे शहर के बीच हवाई सेवा का संचालन करना है.
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कंपनी के वाणिज्यिक उपाध्यक्ष भारतीय बिक्री प्रवीण अय्यर ने कहा, जेट एयरवेज के लिए यह केवल स्थान से क्षेत्र के संपर्क की बात नहीं बल्कि एक स्थान से दूसरे स्थान की बात भी है. यह वही है जहां हम अपने नेटवर्क का विस्तार कर रहे हैं और कदम बढ़ा रहे हैं. उन्होंने कहा कि नई रणनीति के तहत जेट एयरवेज अब टियर-2 श्रेणी के एक शहर से अन्य टियर-2 श्रेणी के शहर के बीच सेवा देगी और फिर वहां से मेट्रो और अन्य शहरों को भी सेवा देगी.