
अमेरिकी रेटिंग्स एजेंसी मूडीज द्वारा भारत की रेटिंग अपग्रेड करने और नोटबंदी और जीसएटी जैसी कदमों को सुधारवादी बताने के बाद मोदी सरकार काफी उत्साहित है. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने रेटिंग बढ़ने के लिए हाल के सालों में सरकार द्वारा उठाए गए कदमों को क्रेडिट दिया और कहा कि नोटबंदी समेत सुधारवादी कदमों की एक पूरी सीरीज जो भारतीय अर्थव्यवस्था को ज्यादा औपचारिकता और डिजिटाइजेशन प्रदान कर रही है. इस तथ्य को वैश्विक स्तर पर मान्यता मिल रही है.
जेटली ने कहा कि मूडीज की ओर से रेटिंग में सुधार भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास की कोई अलग कहानी नहीं है. मोदी सरकार के सत्ता संभालने के बाद से वर्ल्ड बैंक की ईज ऑफ डुइंग बिजनेस में भारत 42 पायदान चढ़ा है. उन्होंने मोदी सरकार के आर्थिक सुधारों की आलोचना करनेवालों पर भी निशाना साधा. जेटली ने कहा, 'जिनके दिमाग में भारत की सुधार प्रक्रिया को लेकर संदेह है, वे अब खुद ही अपना गंभीर आकलन करेंगे.'
यशवंत सिन्हा और राहुल गांधी ने साधा था निशाना
गौरतलब है कि आर्थिक मोर्चे पर पिछले कुछ दिनों से विपक्ष खासकर कांग्रेस पार्टी ने मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था. राहुल गांधी ने विश्व बैंड की ईज ऑफ डुइंग बिजनेस रिपोर्ट में भारत की स्थिति में सुधार पर भी सवाल खड़े किए थे. इसके अलावा बीजेपी के वरिष्ठ नेता और अटल सरकार में वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने भी जीएसटी और नोटबंदी को विनाशकारी कदम बताते हुए मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर सवाल खड़े किए थे.
भारत को लेकर क्या है मूडीज की रेटिंग
गौरतलब है कि अमेरिकी रेटिंग्स एजेंसी मूडीज ने शुक्रवार को भारत की रेटिंग सुधारकर Baa3 से Baa2 कर दिया है. साथ ही इसने इन्वेस्टर रेटिंग को भी सकारात्मक से स्थिर कर दिया. इससे पहले 13 साल पहले 2004 में मूडीज ने भारत की रेटिंग बढ़ाई थी. मोदी सरकार इसे अपनी नीतियों की जीत बता रही है.