
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि देश की बैंकिंग से जुड़े लोगों को, कॉरपोरेट जगत के लोगों को ये विश्वास दिलाना चाहता हूं कि अब जो पुरानी कमजोरियां थीं, उस पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है. इसलिए खुलकर फैसले लें, खुलकर निवेश करें, खुलकर खर्च करें. सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की वजह से अब 13 बैंक मुनाफे में वापस आ चुके हैं. 6 बैंक PCA से भी बाहर निकल चुके हैं. हमने बैंकों का एकीकरण भी तेज किया है. बैंक अब अपना देशव्यापी नेटवर्क बढ़ा रहे हैं और अपनी ग्लोबल पहुंच कायम करने की ओर अग्रसर हैं.
एसोचैम के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इसी सकारात्मकता के आधार पर हम 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी की तरफ बढ़ने वाले हैं. आने वाले वर्षों में इंफ्रास्ट्रक्चर पर 100 लाख करोड़ रुपये का निवेश, इसे ताकत देगा. देश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर 25 लाख करोड़ रुपये का निवेश इस लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करेगा.
उन्होंने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था तय नियमों से चले इसके लिए हमने व्यवस्था में परिवर्तन किया है. आज 5 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनोमी के लिए मजबूत आधार बना है. जब तक पूरा देश मिलकर लक्ष्य को तय नहीं करता है, तब तक लक्ष्य पूरा नहीं होता. जब मैंने इस लक्ष्य को रखा तो पता था कि इसका विरोध होगा और कहा जाएगा कि भारत ये नहीं कर सकता.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आजकल अर्थव्यवस्था को गति देने वाले समूह इस लक्ष्य की बात कर रहे हैं. जब मैंने 2014 में लालकिले से ऐलान किया कि देश को खुले में शौच से मुक्त करेंगे, लेकिन देश ने उसे करके दिखाया. हम भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूती देना चाहते हैं, इसलिए डिजिटल ट्रांजैक्शन से GST तक काम किया जा रहा है.
पीएम मोदी ने यहां कहा कि कंपनी एक्ट में सैकड़ों ऐसे प्रावधान थे, जिसमें छोटी-छोटी गलतियों के लिए क्रिमिनल एक्शन की व्यवस्था थी, हमारी सरकार ने कई प्रावधानों को बदल दिया. उन्होंने कहा कि हमने अर्थव्यवस्था के ज्यादातर आयामों को औपचारिक व्यवस्था में लाने का प्रयास किया है. इसके साथ ही हम अर्थव्यवस्था को आधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए आधुनिक और रफ्तार बढाने की दिशा में भी आगे बढ़े हैं. बीते पांच वर्षों में देश ने खुद को इतना मजबूत किया है कि इस तरह के लक्ष्य रखे भी जा सकते हैं और उन्हें प्राप्त भी किया जा सकता है.