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घोटालों की वजह से करोड़ों का नुकसान झेलने वाला सिर्फ पंजाब नेशनल बैंक नहीं है, बल्कि अन्य सरकारी बैंकों को भी काफी नुकसान झेलना पड़ा है. सूचना के अधिकार के तहत मांग गई जानकारी से इसका खुलासा हुआ है. आरटीआई के मुताबिक वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान 21 सरकारी बैंकों (PSBs) को 25,775 करोड़ रुपये का नुकसान फ्रॉड की वजह से झेलना पड़ा. इन सभी बैंकों में से सबसे ज्यादा पंजाब नेशनल बैंक को नुकसान हुआ है. यह कुल 6461.13 करोड़ रुपये रहा है.
आरटीआई कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौड़ ने भारतीय रिजर्व बैंक में आरटीआई आवेदन फाइल कर इस संबंध में जानकारी मांगी थी. गौड़ ने बताया, ''उन्हें आरबीआई की तरफ से यह जवाब 15 मई को आया है. हालांकि किस फ्रॉड से कितना नुकसान हुआ, इसको लेकर इसमें कोई जानकारी नहीं दी गई है.''
आरटीआई के जवाब में बताया गया है कि 31 मार्च को खत्म हुए वित्त वर्ष के दौरान भारतीय स्टेट बैंक को 2390.75 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. इसी अवधि के दौरान बैंक ऑफ इंडिया ने 2,224.86 करोड़ रुपये का नुकसान झेला. बैंक ऑफ बड़ोदा को 1,928.25 करोड़ का नुकसान हुआ. इलाहाबाद बैंक को 1,520.37 करोड़, आंध्रा बैंक 1,303.30 करोड़ और यूको बैंक को 1,224.64 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
इनके अलावा आईडीबीआई बैंक (1,116.53 करोड़ रुपये), यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (1,095.84 करोड़ रुपये), सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (1,084.50 करोड़ रुपये), बैंक ऑफ महाराष्ट्र (1,029.23 करोड़ रुपये) और इंडियन ओवरसीज बैंक को 1,015.79 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
भारतीय रिजर्व बैंक ने आरटीआई के जवाब में कहा है कि इस लिस्ट में घोटाले के उन्हीं मामलों को शामिल किया गया है, जिनमें घोटाले की रकम 1 लाख रुपये से ज्यादा है. हालांकि इसमें केंद्रीय बैंक ने एक बैंक में कितने फ्रॉड हुए और किस तरह के फ्रॉड हुए, इसको लेकर कोई जानकारी नहीं दी है. इस लिस्ट में कई और सरकारी बैंकों का नाम भी शामिल है.
बता दें कि पंजाब नेशनल बैंक में वित्त वर्ष 207-18 के दौरान पंजाब नेशनल बैंक को अन्य सरकारी बैंकों के मुकाबले सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. यह कुल 6461.13 करोड़ रुपये रहा है. मौजूदा समय में भी पीएनबी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की तरफ से किए गए 13400 करोड़ रुपये से ज्यादा के घोटाले से जूझ रहा है. जांच एजेंसियां फिलहाल इस मामले की जांच में जुटी हुई हैं.