
रिलायंस इंडस्ट्रीज के निराशाजनक तिमाही नतीजों, अमेरिका में ब्याज दर बढ़ने की आशंका और एशियाई बाजारों के मिले-जुले रुख के बीच बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स शुक्रवार को नीचे आ गया. अमेरिकी डॉलर इंडेक्स के चढ़ने के बीच विदेशी निवेशकों ने अपने हाथ रोके रखे.
एक फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘अमेरिकी डॉलर इंडेक्स के बढ़ने से फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावना और पुख्ता हुई है, जिससे विदेशी संस्थागत निवेशक बाजार में सक्रिय नहीं दिखे. उम्मीद के अनुरूप यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) ने यथा स्थिति कायम रखी.’
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुक्रवार को लगातार नकारात्मक दायरे में रहा. हालांकि, कारोबार के अंतिम चरण में मूल्यवर्धन वाली खरीददारी से बाजार में कुछ सुधार दर्ज हुआ. बाजार बंद होने तक सेंसेक्स 52.66 अंक या 0.19 प्रतिशत के नुकसान के साथ 28,077.18 अंकों पर बंद हुआ.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी शुरुआती दबाव के बाद कुछ सुधरा और अंत में 6.35 अंक या 0.07 प्रतिशत के नुकसान के साख 8,693.05 अंकों पर बंद हुआ. पश्चिमी जापान में भूकंप के बाद बाकी एशिया में मिला-जुला रुख था. हांगकांग बाजार शुक्रवार को बंद था.
व्यापक रुख के उलट मिडकैप में 0.31 प्रतिशत और स्मालकैप में 0.10 प्रतिशत की बढ़त रही. हालांकि, साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स में 403.58 अंक या 1.45 प्रतिशत, जबकि नेशनल स्टाक एक्सचेंज के निफ्टी में 109.65 अंक या 1.27 प्रतिशत की बढ़त रही है.