
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जब से सत्ता में आए हैं, तब से H1-B वीजा के नियमों को सख्त करने में जुटे हुए हैं. ट्रंप के अमेरिका फर्स्ट अभियान का सीधा असर यहां काम कर रहे 60 हजार से ज्यादा भारतीयों पर पड़ना तय माना जा रहा है. अब ट्रंप प्रशासन ने H1-B वीजा के जीवनसाथियों से वर्क परमिट छीनने की तैयारी कर ली है. ऐसे में एच-4 वीजा होल्डर्स के लिए यहां काम करना मुश्किल हो जाएगा.
अमेरिकी नागरिक और आव्रजन सेवा विभाग की तरफ से भेजे गए पत्र में एच-4 वीजा को खत्म करने की बात कही गई है. एच-4 वीजा उन लोगों के स्पाउस (जीवनसाथी) को दिया जाता है, जो अमेरिका में एच1-बी वीजा पर काम करने पहुंचते हैं.
ओबामा प्रशासन के दौरान एच-4 वीजा की व्यवस्था लाई गई थी, लेकिन ट्रंप सरकार अब इसे खत्म करने की तैयारी कर रही है. वर्क परमिट खत्म होने पर इसका सबसे ज्यादा असर महिलाओं पर पड़ेगा. वर्क परमिट का इस्तेमाल करने वाली 80 फीसदी महिलाएं हैं.
बता दें कि अमेरिका की संघीय एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को लॉमेकर्स को एच-4 वीजा खत्म करने का फैसला लिए जाने की जानकारी दी. दरअसल ट्रंप सरकार इस कड़े प्रावधान के जरिय ओबामा एरा के नियम को खत्म करना चाहती है.
दरअसल जब बराक ओबामा अमेरिका के राष्ट्रपति थे, तब उन्होंने एच-4 वीजा की व्यवस्था को लागू किया था. ट्रंप प्रशासन इस प्रावधान को खत्म करने की योजना बना रहा है.
यूएएस सिटीजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेस (यूएससीआईएस) के डायरेक्टर फ्रांसिस सिस्ना की मानें तो इन गर्मियों के आखिर तक इस संबंध में औपचारिक आदेश जारी किया जा सकता है. उन्होंने यह बात सीनेटर चुक ग्रासले को भेजे पत्र में कही है.