
कोरोना से बचाव के लिए साफ-सफाई पर विशेष जोर दिया जा रहा है. WHO की ओर से भी सोशल डिस्टेंसिंग और साफ-सफाई में बार-बार हाथ धोने की बात कही जा रही है. ऐसे में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सेनेटाइजर की डिमांड बाजार में काफी बढ़ गई है. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 10वीं में पढ़ने वाले 15 साल के एक छात्र ने घर के कबाड़ और महज 250 रुपये की लागत से 'टचलेस ऑटोमेटिक सेनेटाइजर मशीन' बना डाली है.
कोरोना से पहले तक ज्यादातर लोगों ने सेनेटाइजर को बहुत जरूरी आइटम में नहीं रखा, लेकिन अब ये हमारी सबसे अहम चीजों की फेहरिस्त में शामिल है. कोरोना काल में इसे बिना छूए इस्तेमाल करने की भी बड़ी चुनौती है. वैसे बाजार में टचलेस सेनेटाइजर मशीनें आ चुके हैं, लेकिन उनके रेट काफी ज्यादा हैं. हालांकि वाराणसी में 10वीं में पढ़ने वाले 15 साल के छात्र विवेक ने घर के कबाड़ और महज 250 रुपये की लागत से 'टचलेस ऑटोमेटिक सेनेटाइजर मशीन' बना डाली है.
विवेक ने बताया कि टचलेस सेनेटाइजर मशीन की प्रेरणा उन्हें पीएम मोदी के उस कथन से मिली जिसमें उन्होंने कहा था कि किसी भी चीज को छूने से बचें. विवेक ने बताया कि उन्होंने घर के कुछ कबाड़ और कुछ बाजार से चीजों को खरीदकर टचलेस सेनेटाइजर मशीन बनाई है. इस मशीन के आगे अपना हाथ ले जाइए और ये आपको खुद ही बगैर छुए मशीन में भरा सेनेटाइजर दे देती है.
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पीएम मोदी करें मशीन को लॉन्च...
विवेक ने बताया कि इस मशीन को बनाने में आईआर सेंसर, रजिस्टर और एडाप्टर जैसी चीजें यूज की गई हैं. इन चीजों को बाजार से खरीदने में सिर्फ 250 रुपये खर्च हुए हैं. विवेक चाहते हैं कि उनके बनाए गए मशीन का इस्तेमाल सरकारी दफ्तर, स्कूल और अस्पताल में हो. साथ ही वो चाहते हैं कि पीएम मोदी और सीएम योगी उनकी मशीन को लॉन्च करें.