
एनआईए के अफसर तंजील अहमद की हत्या करने वाला मोस्ट वांटेड गैंगस्टर मुनीर अब पुलिस की गिरफ्त में है. मुनीर ने ही दिल्ली में एटीएम की सबसे बड़ी लूट की वारदात को भी अंजाम दिया था. यही नहीं उसने बिजनौर में भी करीब एक करोड़ की लूट की थी. उसने पूछताछ के दौरान अपने सारे गुनाह कबूल कर लिए हैं.
लोकेशन बदलता रहा मुनीर
यूपी एसटीएफ समेत कई एजेंसीज एनआईए के अधिकारी तंजील अहमद के हत्या आरोपी मुनीर की तलाश कर रही थी. मुनीर के दो साथी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके थे. मुनीर लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था. तंजील की हत्या के बाद मुनीर डेढ़ दिन अपने गांव सहसपुर में रहा और फिर वहा से लखनऊ, गाजियाबाद, आजमगढ़ जाकर अपने साथियों के साथ छिपा रहा. इस बात खुलासा यूपी एसटीएफ के एसएसपी ने उसके पकड़े जाने के बाद किया है.
नोएडा से एसटीएफ ने किया गिरफ्तार
यूपी एसटीएफ के एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि कुछ दिन पहले दिल्ली के कमला नगर में एटीएम से डेढ़ करोड़ की लूट हुई थी. इस सिलसिले में दिल्ली पुलिस ने मुनीर के गुरु आशुतोष को गिरफ्तार किया था. तभी से मुनीर को अपनी गिरफ्तारी का डर सता रहा था. यूपी एसटीएफ को पता चला कि मुनीर बस के जरिए अहमदाबाद भागने वाला है. इसके बाद एसटीएफ ने आनंद विहार, सराए काले खां और कश्मीरी गेट बस अड्डे पर छापेमारी की. लेकिन महज आधे घंटे के अंतर पर मुनीर वहां से फरार हो गया. लेकिन एसटीएफ लगातार उसके पीछे लगी रही. और आखिरकार मुनीर और उसके साथी अदनान को नोएडा के विसरख गांव से गिरफ्तार कर लिया.
रेयान के साथ मिलकर की थी तंजील की हत्या
एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि मुनीर और तंज़ील अहमद बिजनौर के एक ही गांव के रहने वाले हैं. बिजनौर में मुनीर और उसके साथियो ने करीब 91 लाख की लूट की वारदात की थी. पुलिस लगातार उनके पीछे पड़ी थी. मुनीर और उसके साथियों को शक था कि तंजील अहमद ने उनके बारे में पुलिस को जानकारी दी है. इसके अलावा भी कुछ मामलों में मुनीर को शक था कि तंजील उसके साथियों को गिरफ्तार करवा रहा है. इसी वजह से वो तंजील को अपना दुश्मन समझता था. जिसके चलते मुनीर ने अपने साथी रेयान के साथ मिलकर उस वक्त तंजील पर हमला किया, जब वे बिजनौर में एक शादी समारोह से होकर अपने परिवार के साथ वापस लौट रहे थे. मुनीर ने तंजील की हत्या करने के लिए लखनऊ के एक जज के गार्ड की लूटी हुई गन समेत अलग अलग पिस्टल से करीब 18 राउंड फायरिंग की थी.
दिल्ली में की थी सबसे बड़ी लूट
यूपी पुलिस की मानें तो तंजील का हत्यारोपी मुनीर बेहद शातिर अपराधी है. जो किसी सनकी की तरह तुरंत वारदात को अंजाम देने में विश्वास रखता है. 29 नंबर 2014 को दिल्ली के कमलानगर में सिटी बैंक के एटीएम में केश वैन के गार्ड को गोली मार कर डेढ़ करोड़ की लूट की गई थी. उसमे गार्ड को गोली मारने वाला कोई और नहीं बल्कि यही शातिर गैंगस्टर मुनीर था. जिसे सीसीटीवी फुटेज में बैग उठाकर बाइक पर पीछे बैठते हुए साफ देखा गया था. हैरानी इस बात की है कि उस डेढ़ करोड़ की लूट के लिए मुनीर ने पहले से कोई प्लानिंग नहीं की थी. सब कुछ ऑन द स्पॉट किया गया था.
गुरु आशुतोष के साथ मिलकर की कई लूट
पुलिस ने खुलासा किया है कि शातिर अपराधी मुनीर अपने गुरु आशुतोष और अन्य कुछ साथियों के साथ मिलकर बिजनौर और दिल्ली ही नहीं बल्कि कई अन्य शहरों में भी लूट की कई वारदातों को अंजाम दे चुका है. एसएसपी पाठक के मुताबिक मुनीर ने अपने साथियों के साथ अलीगढ़ में 31 लाख और 35 लाख की दो लूट अंजाम दी थीं. इसके साथ ही उसने आस-पास भी कई वारदातों को अमली जामा पहनाया था. मुनीर और इसके साथी ज्यादातर बैंक में रॉबरी करते थे.
एनआईए समेत कई एजेंसी करेंगी पूछताछ
गिरफ्तारी के बाद मुनीर और उसके साथी अदनान से लंबी पूछताछ की जानी है. पूछताछ करने वाली एजेंसियों में एनआईए, स्पेशल सेल, दिल्ली पुलिस और यूपी पुलिस समेत खुफिया विभाग भी शामिल होंगे. मुनीर की गिरफ्तारी से दो बड़े मामले सुलझ गए हैं, जो पुलिस के लिए सिरदर्द बन गए थे. इनमें तंजील अहमद हत्याकांड और दिल्ली की डेढ़ करोड़ की लूट शामिल है. पुलिस के मुताबिक अभी तक इस वारदात में किसी तरह का कोई आतंकी कनेक्शन सामने नहीं आया है. हालांकि एनआईए आरोपियों से इससे संबंधित पूछताछ भी करेगी.