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मंत्री के घर आधी रात को मर्डर, एक फोन कॉल और सीसीटीवी पर सस्पेंस... लखनऊ हत्याकांड में अनसुलझे हैं कई सवाल

30 साल का विनय हमेशा मंत्री के बेटे विकास के साथ साये की तरह रहता था, लेकिन इत्तेफाक देखिए कि जब विनय की हत्या हुई, विकास अपने घर में नहीं था. बल्कि घर तो क्या, लखनऊ में ही नहीं था. वो दिल्ली गया था. लेकिन पेच ये है कि हत्या में जिस पिस्टल का इस्तेमाल किया गया, वो पिस्टल किसी और का नहीं बल्कि मंत्री के बेटे विकास का ही था.

मृतक विनय श्रीवास्तव के घरवाले उसकी हत्या के पीछे किसी बड़ी साजिश की आशंका जता रहे हैं मृतक विनय श्रीवास्तव के घरवाले उसकी हत्या के पीछे किसी बड़ी साजिश की आशंका जता रहे हैं
संतोष शर्मा/आशीष श्रीवास्तव/परवेज़ सागर
  • लखनऊ / नई दिल्ली,
  • 04 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 9:46 PM IST

लखनऊ में एक केंद्रीय मंत्री के घर आधी रात गोली चलती है. गोली खुद मंत्री के बेटे की लाइसेंसी पिस्टल से चली थी. इसके कुछ ही देर बाद खबर आती है कि मंत्री जी के घर में एक शख्स की हत्या कर दी गई है और ये शख्स कोई और नहीं बल्कि मंत्री जी के बेटे का एक खास दोस्त है. सवाल ये है कि आखिर मंत्री जी के बेटे की पिस्टल से बेटे के ही एक दोस्त की हत्या कैसे हो गई? जांच शुरू होने पर पता चलता है कि वारदात के वक्त मंत्री जी का बेटा घर पर था ही नहीं. ऐसे में इस क़त्ल को लेकर कई सवाल खड़े होते हैं. राज़ गहरा जाता है.

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मंत्री आवास में हत्या
लखनऊ के दुबग्गा इलाके में मौजूद है केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर का घर. गुरुवार और शुक्रवार की दरम्यानी रात. वक्त करीब दो से ढाई बजे के आस-पास अचानक मंत्री जी के उस घर से एक गोली चलने की आवाज आती है और इसी के साथ मकान में चीख-पुकार मच जाती है. गोली यूं ही नहीं चली थी. बल्कि इस फायरिंग में एक शख्स की जान जा चुकी थी. यानी उसकी हत्या हो चुकी थी. अब हत्या मंत्री के घर में हुई थी, तो हड़कंप मचना लाजिमी था. देखते ही देखते लखनऊ पुलिस का एक बड़ा लवाजमा मामले की तफ्तीश के लिए मौका-ए-वारदात पर मौजूद था.

मंत्री के बेटे की पिस्टल से कत्ल
असल में उस मकान में मंत्री कौशल किशोर का बेटा विकास किशोर उर्फ आशु रहता था और यहां जिस शख्स की हत्या हुई थी, वो आशु का खासमखास और उसका राइट हैंड विनय श्रीवास्तव था. 30 साल का विनय हमेशा मंत्री के बेटे विकास के साथ साये की तरह रहता था, लेकिन इत्तेफाक देखिए कि जब विनय की हत्या हुई, विकास अपने घर में नहीं था. बल्कि घर तो क्या, लखनऊ में ही नहीं था. वो दिल्ली गया था. लेकिन पेच ये है कि हत्या में जिस पिस्टल का इस्तेमाल किया गया, वो पिस्टल किसी और का नहीं बल्कि मंत्री के बेटे विकास का ही था.

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अब सवाल ये है कि 
- आखिर विकास की गैरमौजूदगी में उसके घर में उसके दोस्त विनय की हत्या किसने की? 
- क्या ये अचानक गुस्से में हुई कोई वारदात है या फिर इसके पीछे कोई गहरी साजिश है? 
- विनय की हत्या में विकास के लाइसेंसी पिस्टल का इस्तेमाल कैसे हुआ? 
- आखिर विकास अपनी पिस्टल खुला छोड़ कर कैसे लखनऊ से बाहर चला गया? 
- और सबसे अहम ये कि वारदात के वक्त विकास के घर में कौन-कौन से लोग मौजूद थे? 

आधी रात को विनय के भाई ने किया था कॉल
तो इन सारे सवालों का जवाब जानने के लिए और आधी रात मंत्री के मकान में हुई कत्ल की वारदात को समझने के लिए इस वाकये के सिक्वेंस पर गौर करना जरूरी है. पुलिस सूत्रों की मानें तो गुरुवार और शुक्रवार की रात को विकास की गैर मौजूदगी में उसके घर में विनय और उसके दोस्त पार्टी कर रहे थे. देर रात तक खाना पीना चल रहा था. कत्ल से पहले रात करीब एक बज कर 20 मिनट पर विनय के एक भाई विक्रांत ने विनय को फोन भी किया था. लेकिन तब भी किसी अनहोनी की आहट नहीं थी. विनय ने बताया कि वो मंत्री पुत्र विकास के घर पर है और सबकुछ नॉर्मल है. 

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सुबह 4 बजे के बाद विनय के घर दी गई थी सूचना
लेकिन इसके बाद सीधे भोर के चार बजे के बाद विकास के घर से उनके एक दोस्त अंकित वर्मा ने विनय के भाई को कॉल किया और बताया कि उसके बाई विनय को गोली लग चुकी है, वो फौरन मौके पर चला आए. मगर अफसोस, जब तक विनय के भाई और घरवाले विकास के घर पहुंचते, तब तक विनय की मौत हो चुकी थी.

कत्ल से पहले विनय के साथ हुई थी मारपीट
चश्मदीदों की मानें तो विनय की लाश घर के लिविंग रूम में सीढ़ियों के पास पड़ी थी. पास ही विकास की लाइसेंसी पिस्टल पड़ी थी. विनय की शर्ट फटी थी और सिर समेत जिस्म के दूसरे हिस्सों में भी कुछ चोट के निशान थे. यानी ये साफ था कि इस कत्ल से पहले विनय के साथ मारपीट की गई थी. लेकिन ये मारपीट किसने की? इसकी वजह क्या रही? विनय को गोली किसने मारी, इन सवालों का जवाब उस वक्त किसी के पास नहीं थे.

उस रात मंत्री पुत्र के घर पर मौजूद थे 6 लोग
पुलिस सूत्रों की मानें तो उस रात विकास के घर पर विनय समेत कुल छह लोग मौजूद थे. ये सभी एक दूसरे से वाकिफ थे यानी एक-दूसरे के दोस्त थे. इनमें एक तो वारदात का शिकार बना विनय श्रीवास्तव था, जबकि बाकी अंकित वर्मा, शमीम गाजी, अजय रावत, बंटी और एक शख्स. लेकिन मकान मालिक विकास की गैर मौजूदगी में ये सारे लोग वहां किस लिए जमा हुए थे? ये भी अभी साफ नहीं है.

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विकास किशोर की पिस्टल बरामद
वारदात की खबर मिलने पर पुलिस स्निफर डॉग समेत दूसरे साजो सामान के साथ मौके पर पहुंची. पुलिस ने मौका-ए-वारदात से ही कत्ल में इस्तमेाल किया गया अस्लहा यानी विकास किशोर की पिस्टल भी बरामद कर ली. लेकिन शुरुआती छानबीन में उसे कातिल को लेकर कोई सुराग नहीं मिला. तब तक मंत्री पुत्र विकास किशोर बेशक मौका-ए-वारदात से दूर था. दिल्ली गया था, लेकिन वो सवालों के घेरे में था. 

सवाल ये भी है कि 
- जो विनय हमेशा विकास के साथ साये की तरह रहता था, उसे छोड़ कर विकास अचानक दिल्ली क्यों चला गया? 
- वो दिल्ली गया तो पिस्टल लेकर क्यों नहीं गया? 
- और अगर विकास पिस्टल नहीं लेकर गया तो फिर पिस्टल को यूं ही लापरवाही से खुला छोड़ कर कैसे गया? 

मृतक के परिवार ने लगाया मंत्री पर इल्जाम
अब पीड़ित परिवार यानी विनय के घरवाले इस मामले में मंत्री के बेटे विकास किशोर पर साजिश रचने का इल्जाम भी लगा रहा है. गुस्साए परिवार वाले तो इस कत्ल के पीछे मंत्री का भी हाथ बता रहे हैं और मामले की गहराई से जांच की मांग कर रहे हैं. हालांकि इस वारदात को लेकर मंत्री कौशल किशोर और उनके बेटे विकास किशोर दोनों ने अपनी-अपनी सफाई दी है. 

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संगीन वारदात पर मंत्री की सफाई
कौशल किशोर ने कहा कि उन्हें जब वारदात की खबर मिली, तो उन्होंने खुद लखनऊ के पुलिस कमिश्नर को फोन कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि जब ये वारदात हुई उनका बेटा मौके पर नहीं था, लेकिन बेटे का पिस्टल कहां से वहां पर आया? और कत्ल में उसका इस्तेमाल कैसे हुआ? इसका जवाब उनके पास नहीं है. लाइसेंसी पिस्टल के साथ नहीं ले जाने की वजह के सवाल पर मंत्री कौशल किशोर का कहना था कि चूंकि उनका बेटा विकास फ्लाइट से दिल्ली गया था और लाइसेंस यूपी से बाहर दूसरे राज्य में मान्य नहीं है, इसलिए वो पिस्टल लेकर नहीं गया.

मंत्री पुत्र ने भी रखी अपनी बात
उधर, मंत्री पुत्र विकास किशोर ने अलग से अपनी सफाई दी. लखनऊ से दूर खुद के दिल्ली होने का सबूत पेश करते हुए विकास ने सोशल मीडिया पर अपनी एक तस्वीर शेयर की है, जिसमें वो अपने एक दोस्त के साथ फ्लाइट में बैठा नजर आ रहा है. साथ ही उसने दिल्ली वाली फ्लाइट की बोर्डिंग पास की तस्वीरें भी शेयर की हैं, जिससे ये पता चल सके कि मौके पर नहीं था. 

15 घंटे में कत्ल का खुलासा
हालांकि 15 घंटे गुजरते-गुजरते पुलिस ने इस मामले का खुलासा करने का भी दावा किया. जिस कत्ल पर अब तक रहस्य की चादर पड़ी थी, पुलिस ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ये कत्ल महज शराबखोरी और जुएबाजी के चलते हुई. पुलिस ने बताया कि विनय श्रीवास्तव के दोस्त रात को जुआ खेल रहे थे. इस खेल में विनय 12 हजार रुपये की बाजी हार गया. जिसके बाद विनय ने अपने दोस्त से जुए का खेल आगे जारी रखने को कहा, लेकिन दोस्तों ने इनकार कर दिया. जिसके बाद गुस्से में विनय खुद ही मंत्री पुत्र विकास की पिस्टल उठा कर लाया और दोस्तों के साथ पिस्टल को लेकर छीना-झपटी शुरू हो गई, जिसमें विनय को गोली लगी और उसकी मौत हो गई. 

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पीड़ित परिवार को रास नहीं आई पुलिस की थ्योरी
हालांकि विनय के घरवाले फिलहाल पुलिस की थ्योरी को गले से नीचे नहीं उतार पा रहे हैं. वारदात में मारे गए विनय के भाई विक्रांत ने कत्ल को लेकर सवाल खड़े किए हैं. उसने कहा है कि जिस तरह उसके भाई को घसीटा गया, उसके कपड़े फाड़ डाले गए, उसकी घड़ी ऊपर गमले में मिली वो शक पैदा करती है. इतना ही नहीं उसने ये भी कहा कि वारदात के दौरान सीसीटीवी भी बंद था और विनय को सीढ़ियों के पास सिर में बिल्कुल करीब से पिस्टल सटाकर गोली मारी गई. जो साजिश की तरफ इशारा करता है.

फूंक-फूंक कर कदम रख रही थी पुलिस
जाहिर है मौका-ए-वारदात की शुरुआती जांच से पुलिस को शक था कि इस वारदात के पीछे मंत्री के घर मौजूद विकास के बाकी दोस्तों का ही हाथ हो सकता है. लेकिन वो दोस्त कौन है, हत्या क्यों की गई, इन सवालों का जवाब मिलना अभी बाकी था. चूंकि मामला एक मंत्री के घर में हुए कत्ल का है, पुलिस भी इस मामले फूंक-फूंक कर कदम रख रही थी.

ये थी कत्ल की वजह
पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि देर रात ये 6 दोस्त मंत्री के आवास पर जुआ खेल रहे थे. इसी दौरान विनय श्रीवास्तव जुए में अंकित वर्मा से करीब 15 हजार रुपये हार गया था. इसके बाद उसके दोस्त अंकित वर्मा, अजय रावत और शमीम ने जुआ खेलने से मना कर दिया. और सौरभ रावत के साथ अरुण प्रताप सिंह उर्फ बंटी जीती हुई रकम समेट कर अपने पास रख ली और वहां से निकल गए.

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ऐसे लगी थी विनय को गोली
लेकिन सभी शराब के नशे में थे. लिहाजा, कुछ देर बाद हार-जीत को लेकर विवाद हो गया. विनय और खेलना चाहता था, लेकिन जीत के बाद अंकित जुआ खेलने को तैयार नहीं था. उसके मना करने पर विनय गुस्से में आ गया और उसने अपना सिर दीवार पर दे मारा. इसी बीच विनय ने बेड के नीचे रखी विकास किशोर की पिस्टल उठा ली. विनय के हाथ में पिस्टल देखकर अंकित उसके साथ छीना झपटी करने लगा. वो पिस्टल छिनना चाहता था. इसी दौरान पिस्टल से गोली चल गई और सीधे विनय को जा लगी. गोली लगते ही विनय फर्श पर गिर पड़ा और खून से सन गया. नीचे गिरते ही उसकी मौत हो गई. हालांकि, पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि मृतक के पास मंत्री पुत्र की पिस्टल कैसे पहुंची, किन हालात में गोली चली?

कत्ल के तीनों आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि वहां लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई थी. जिससे पता चला कि विनय के साथ-साथ अजय रावत, अंकित वर्मा, शमीम बाबा घर में मौजूद थे. इसी आधार पर पुलिस ने अंकित वर्मा, अजय और शमीम बाबा को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. अंकित वर्मा ने खुद पुलिस को इस वारदात के बारे में सारी जानकारी दे दी.

CCTV फुटेज पर सस्पेंस
वारदात के समय की जो सीसीटीवी फुटेज सामने आई है, उसमें दिख रहा है कि विनय कमरे से बाहर निकल रहा था. फिर किसी के बुलाने पर विनय श्रीवास्तव कमरे में गया था. फुटेज से पता चला है कि सुबह 4 बजकर 8 मिनट तक विनय श्रीवास्तव जिंदा था. लेकिन वापस कमरे में लौटने पर ही गोली मारकर विनय श्रीवास्तव की हत्या कर दी गई थी. ये सब महज कुछ सेकेंड्स के अंदर हुआ. एक सीसीटीवी फुटेज में अजय रावत ड्राइंग रूम में जमीन पर सोते हुए दिख रहा है. लेकिन फिर वो अचानक चौंक कर जागता है. सबसे अहम बात ये है कि जिस कमरे में वारदात हुई, उस कमरे में लगा सीसीटीवी कैमरा बंद था.

नशे की वजह से गई थी मंत्री पुत्र आकाश किशोर की जान 
केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री कौशल किशोर पहली बार गलत वजह से चर्चाओं में नहीं हैं. इससे पहले भी वो परिवार या बेटों की वजह से चर्चाओं में आए हैं. केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के चार बच्चे हैं. उनकी पत्नी जया देवी लखनऊ के पास ही मलिहाबाद से विधायक हैं. अब से कोई तीन साल पहले शराब के नशे की वजह से उनके बेटे आकाश किशोर उर्फ जेबी की मौत हो गई थी. तब मौत की वजह लिवर फेल्योर को बताया गया था. 19 अक्टूबर 2020 को अपने बेटे की मौत के बाद कौशल किशोर ने गम और अफसोस से भर कर एक ट्वीट किया था. 

मंत्री जी चलाते हैं नशा छोड़ो मुहिम
जिसमें उन्होंने लिखा था "मैंने एक गलती करके अपने नशा करने वाले लड़के की शादी कर दी, जिसकी वजह से आज मेरी बहू विधवा हो गई. अब कोई और लड़की विधवा न हो, इसलिए अपनी लड़कियों की शादी किसी भी नशा करने वाले व्‍यक्ति से न करें चाहे वह कितने बड़े पद, पोस्‍ट पर हो और चाहे कितना ही अमीर हो." अपने बेटे की मौत के बाद कौशल किशोर हिंदुस्तानियों नशा छोड़ो मुहिम चलाते रहे हैं. 

दूसरे बेटे आयुष की वजह से बदनामी
इसके बाद साल 2021 में भी कौशल किशोर एक बार अपने एक दूसरे बेटे की वजह से चर्चे में आए थे. तब उनके दूसरे बेटे आयुष किशोर की पत्नी अंकिता ने अपने हाथ की नस काट कर जान देने की कोशिश की थी. अंकिता ने खुदकुशी की कोशिश करने से पहले एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर डाला था. और अपने पति और ससुरालवालों पर कई इल्जाम लगाए थे. 

आयुष ने खुद पर चलवाई थी गोली
इसके बाद मंत्री पुत्र आयुष का नाम तब और भी ज्यादा विवादों से घिर गया था, जब उसने कथित तौर पर खुद पर गोली चलवा ली थी. पुलिस की जांच में ये साफ हुआ कि आयुश ने अपने साले आदर्श से ही खुद पर फायरिंग करवाई थी. आयुष ने अंकिता से लव मैरिज की थी. और तब ये कहा गया था कि कौशल किशोर अपने बेटे की इस शादी से खुश नहीं हैं, इसलिए उनका बेटा और बहू उनसे अलग रहते हैं. तब आयुष की पत्नी ने सोशल मीडिया पर रो-रो कर अपना जो वीडियो डाला था, उसमें उसने आयुष और ससुरालवालों पर कई आरोप लगाए थे. 

आयुष की पत्नी ने लगाए थे संगीन इल्जाम
आयुष की पत्नी ने कहा था, "आयुष मेरी कोई गलती नहीं थी, तब भी तुमने मुझे छोड़ दिया. मैने कुछ नहीं किया फिर भी फंसा दिया. झूठे आरोप लगा दिए, मैने कहां गलती की? तुमसे शादी की, तुम्हारे साथ रही यह गलती की. मैं तुम्हारे साथ खुश थी जैसी भी मैं थी. तुमने गलत कर दिया मेरे साथ, जीने की कोई वजह नहीं छोड़ी."

तीसरे बेटे विकास किशोर की वजह से चर्चाओं में मंत्री का नाम
अब मंत्री कौशल किशोर अपने तीसरे बेटे विकास किशोर की वजह से चर्चाओं में हैं. विकास की पिस्टल से ही उसके दोस्त विनय श्रीवास्तव की हत्या हुई है. सूत्रों की मानें तो विनय विकास का खास आदमी था और 2017 में विधान सभा चुनाव के समय से ही विकास के साथ उसके घर में ही रह रहा था. 

मंत्री के बेटे पर सवाल
अब सवाल ये है कि विकास आखिर अपनी पिस्टल घर में खुली छोड़ कर क्यों गया? जो दूसरे के हाथ लग गया और उसी पिस्टल से एक शख्स की जान चली गई. जिस तरह पीड़ित परिवार ने इन सबके पीछे विकास का नाम लिया है, उससे तो लगता है कि विकास ने जानबूझ कर पिस्टल अपने घर में छोड दी थी, ताकि उससे कत्ल की वारदात को अंजाम दे दिया जाए. हालांकि मंत्री के परिवार का कहना है कि विकास अपनी बीमार मां जया देवी से मिलने दिल्ली गया था. लेकिन उसके पीछे ये वारदात हो गई. अब वो दिल्ली से वापस लखनऊ लौट आया है. 

 

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