
जाट आंदोलन के दौरान सोनीपत के नजदीक मुरथल में महिलाओं के साथ सामूहिक बलात्कार किए जाने की शिकायतों की जांच के लिए सरकार ने तीन सदस्यीय महिला पुलिसकर्मियों की एक जांच कमेटी का गठन किया है. इस कमेटी ने शनिवार को मुरथल का दौरा भी किया.
पुलिस उप महानिरीक्षक डॉ. राजश्री सिंह के नेतृत्व वाली इस कमेटी में दो महिला पुलिस उपाधीक्षक भारती डबास और सुरिंदर कौर शामिल हैं. इस घटना की जानकारी के लिए इस कमेटी ने शनिवार को मुरथल का दौरा किया. अधिकारियों ने मुरथल में कथित घटनास्थल का बारिकी से निरीक्षण किया.
घटनास्थल से बरामद हुए महिलाओं के कपड़ों के बारे में एक सवाल पर डीआईजी राजश्री ने मुरथल में पत्रकारों से कहा कि इन कपड़ों को जांच के लिए फोरेंसिक विभाग की प्रयोगशाला में भेजा जाएगा. देखते हैं इनसे क्या सामने आता है. जब उनसे पूछा गया कि घटना के दोषियों को पकड़ना पुलिस के लिए कितना चुनौतीपूर्ण है, तो उन्होंने कहा कि पुलिस ने सबूत जुटाने के लिए घटनास्थल का दौरा किया है और इस संबंध में लोगों से पूछताछ की है.
डीआईजी ने कहा कि यह चुनौतीपूर्ण है. लेकिन उन्हे देखने दें कि क्या हुआ. उनका प्रयास रहेगा कि सच्चाई सामने आए. पुलिस ने लोगों से अपील की है कि यदि उन्हें इस घटना के बारे में कोई भी जानकारी हो तो वह पुलिस के साथ साझा करें.
शुक्रवार को राज्य सरकार ने कहा था कि जाट आंदोलन के दौरान जैसे ही उसे यौन हमले की जानकारी मिली उसने उस पर तुरंत कार्रवाई की. पुलिस ने पहले कहा था कि ऐसा कोई ठोस सबूत नहीं है जो मुरथल में महिलाओं के साथ किसी तरह के यौन हमले को साबित कर सके.
गौरतलब है कि पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने इस संबंध में एक मीडिया रिपोर्ट के आधार पर स्वत: संज्ञान लिया था. अदालत ने हरियाणा के पुलिस महानिदेशक और गृह सचिव से इस घटना पर अलग-अलग रिपोर्ट देने को कहा है. हालांकि सरकार ऐसी किसी भी घटना के होने से इनकार कर रही थी.