
दिल्ली में एक कॉलेज की छात्रा के साथ ऐसी घटना घटी कि उसे सुनकर पीजी में रहने वाली तमाम लड़कियां खौफजदा हो गई हैं. घटना एक सप्ताह पुरानी है लेकिन पुलिस ने एक फेसबुक पोस्ट देखने के बाद इस पर संज्ञान लिया. हैरान करने वाली बात ये है कि इस मामले में पहले पीड़ित लड़की की कॉल पर पुलिस तो आई लेकिन कार्रवाई कुछ नहीं हुई.
घटना पिछले गुरुवार की है. लेडी श्रीराम कॉलेज में फाइनल ईयर का पढ़ाई कर रही एक छात्रा दिल्ली के एक पीजी में रहती है. उस दिन वो लड़की रोज तरह कॉलेज से लौटी और किचन में जाकर लंच बनाने लगी. तभी उसे कमरे में किसी के होने का आभास हुआ. मगर लड़की को लगा कि सफाई करने वाला आया होगा.
मगर जैसे ही वो लड़की पीछे की तरफ पलटी तो वहां एक 20-21 साल का युवक खड़ा था. जिसने बीयर का कैन किचन की स्लेब पर रखा. और फिर उस युवक ने तेजी से अपनी पेंट के बटन खोले और अपना प्राइवेट पार्ट बाहर निकाल लिया. लड़की यह देखकर घबरा गई. उसने फौरन पास पड़ी कुर्सी उठाकर उस युवक की तरफ उछाल दी और वह भागकर किचन के बगल वाले कमरे में जा पहुंची. उसने दरवाजा अंदर से बंद कर लिया.
युवक उस लड़की के पीछे कमरे तक जा पहुंचा और वहां खड़ा होकर दरवाजे पर दस्तक देता रहा. उसके बाद वह किसी और कमरे में चला गया. इसी दौरान लड़की ने पीजी के केयरटेकर को फोन किया जो कि उसी इमारत की चौथी मंजिल पर अपने परिवार के साथ रहता है. इसी दौरान पीजी ऑनर की बहु उसी फ्लौर पर मौजूद थी लेकिन उसने पीडित लड़की को पुलिस बुलाने से मना कर दिया और पीजी ऑनर को फोन किया जो कहीं रास्ते में ट्रेफिक में फंसे थे.
इस दौरान वह सिरफिरा युवक पीड़ित लड़की की रूममेट के कमरे में मौजूद था. उसने अपनी पेंट उतार दी थी. वह कमरे में हेयरबैंड की मदद से अपने प्राइवेट पार्ट के साथ अजीब हरकतें कर रहा था. चालीस मिनट बाद पीजी ऑनर मौके पर पहुंचे और उन्होंने उस लड़के को पकड़कर उसकी धुनाई की और फिर वहां से उसे भगा दिया.
ऑनर ने पीड़ित लड़की से पुलिस से शिकायत न करने की गुहार लगाई और पीजी का मुख्य गेट बदलने की बात कही. वो लड़का 40 मिनट कर पीड़ित लड़की की रूममेट के कमरे में घुसकर युवक गंदी हरकते करता रहा था. जब पीड़िता की रुममेट रात के 11 बजे लौटकर वापस आई तो उसने कमरे के हालात और पूरी बात जानने के बाद पुलिस को कॉल कर दिया.
इसी दौरान पीजी ऑनर ने उसके जानने वाले हैड कांस्टेबल श्याम सुंदर को मौके पर बुला लिया. उसके साथ पीजी ऑनर के अच्छे संबंध थे. पहले तो उन दोनों ने जाकर लड़कियों को भाषण दिया. उन्होंने कहा कि कैसे लड़कियां देर रात अपने मित्र लड़कों के साथ बाहर घूमती रहती हैं. कैसे वे पार्कों में बैठे रहते हैं. कांस्टेबल ने कहा कि सभी के खिलाफ कार्रवाई करना पुलिस के लिए मुश्किल है.
इसी तरह से रेप और तमाम तरह की फालतू बातें करने के बाद पुलिस वाले ने पीजी ऑनर के साथ वहां लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखी. जिसे उसने मजाकिया करार दिया. उसके बाद भी उन्होंने लड़कियों को यह कहकर शिकायत करने से मना कर दिया कि 'लड़की जात हो, क्या कोर्ट कचहरी जाओगी. कुछ नहीं होगा केस करने से. एक दिन भी नहीं रखते हैं इस चीज के लिए कस्टडी में.'
दरअसल पीजी ऑनर को लड़कियों की सुरक्षा से ज्यादा अपने पीजी की छवि की ज्यादा चिंता थी. पुलिस वाला फुटेज देखकर हंस रहा था. उसने लड़कियों से कहा कि फुटेज में कुछ ऐसा नहीं दिख रहा है, जो उन्होंने उसे बताया था. जबकि सीसीटीवी फुटेज में सब कुछ साफ नजर आ रहा था. पुलिस ने कोई मदद नहीं की. पीजी ऑनर ने आरोपी को बच्चा बताया.
अमर कॉलोनी थाने के हैड कांस्टेबल का बर्ताव बेहद चौंकाने वाला था. इसके बाद पीड़िता ने इस पूरी घटना को पिंजरा तोड़ अभियान चलाने वाले छात्रों तक पहुंचाया. उऩ्होंने पीड़िता के हवाले से पूरी घटना अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट की. जब पोस्ट वायरल हुई तो पुलिस ने इस पर संज्ञान लिया.
अब पुलिस का कहना है कि उनके संज्ञान में पूरा मामला आ गया है. वे इस मामले में कार्रवाई करेंगे. पहले वे पीड़ित छात्रा से मिलकर उसका बयान दर्ज करेंगे. उसके बाद इस मामले में सख्त कदम उठाए जाएंगे. इस घटना से छात्राओं में खासा रोष है. अब कई कॉलेजों की छात्राएं इस घटना के खिलाफ आंदोलन चला रही हैं.