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आईएसआईएस ने इस एप को बनाया अपना नया हथियार

आतंकी संगठन आईएसआईएस ने एक नए मोबाइल एप को अपना हथियार बनाया है. जिसका नाम 'अलरावी' है. यह एक एन्क्रिप्टेड मोबाइल एप है.

आईएस अब संपर्क के लिए नए एप का इस्तेमाल कर रहा है आईएस अब संपर्क के लिए नए एप का इस्तेमाल कर रहा है
परवेज़ सागर
  • नई दिल्ली,
  • 05 फरवरी 2016,
  • अपडेटेड 7:48 PM IST

दुनिया के खूंखार आतंकी संगठन आईएसआईएस ने अब एक नए मोबाइल एप को अपना हथियार बनाया है. जिसका नाम 'अलरावी' है. यह एक एन्क्रिप्टेड मोबाइल एप्लिकेशन है.

आईएसआईएस इंटरनेट, सोशल मीडिया और मोबाइल एप्लिकेशन का इस्तेमाल करता रहा है. खासकर दुनियाभर के युवाओं को अपने जाल में फंसाने और सुरक्षा एजेंसियों को चकमा देकर आपस में संपर्क करने के लिए आईएस के आतंकी कई तरह की तकनीक और एप्स का इस्तेमाल करते आ रहे हैं.

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आईएस के आतंकवादी पहले व्हाट्सएप, टेलीग्राम और अन्य मैसेजिंग सेवाओं का जमकर इस्तेमाल करते थे. लेकिन उनके संदेश सुरक्षा एजेंसियों की पकड़ में आ जाने के बाद आईएस ने फौरन इन एप्स का इस्तेमाल बंद कर दिया.

आपस में संपर्क बनाए रखने के लिए इस आतंकी संगठन ने अलरावी नाम के नए मोबाइल एप का इस्तेमाल शुरू कर दिया है. आईएस के सभी आतंकियों ने अपने मोबाइल में इस एप को इंस्टॉल कर लिया है. यह एप चैटिंग के लिए सुरक्षित है.

दरअसल, 'अलरावी' एप एक एन्क्रिप्टेड एंड्रॉयड एप्लिकेशन है. जिसे तहत किए जाने वाले संदेशों को पकड़ पाना सुरक्षा एजेंसियों के लिए मुमकिन नहीं होगा.

एक रिपोर्ट के मुताबिक एक आतंकवाद विरोधी नेटवर्क घोस्ट सिक्योरिटी ग्रुप ने मोबाइल मैसेज एप टेलीग्राम से किए जाने वाले आईएसआईएस संपर्क का पता लगाया था. उसके बाद सुरक्षा एजेंसियों ने इनके मैसेज डीकोड किए थे.

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