
37 अरब की ऑनलाइन ठगी करने वाले अनुभव मित्तल की तर्ज पर लोगों को पांच सौ करोड़ का चूना लगाने वाले वेब वर्क कंपनी के मालिक अनुराग गर्ग और संदेश वर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. ये गिरफ्तारी खुद नोएडा के एसएसपी ने कराई है.
500 करोड़ से भी अधिक का घोटाला करने वाली एडबुक मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के खिलाफ थाना सेक्टर 20 नॉएडा में शिकायतकर्ता एके जैन ने मुकदमा दर्ज कराया था. जैन ने अनुराग गर्ग और संदेश वर्मा को नामजद किया था. जिसके बाद नोएडा पुलिस ने इस कंपनी के दफ्तर पर छापेमारी कर अहम दस्तावेज भी बरामद किए थे.
यही नहीं गुरुवार को पुलिस ने इस कंपनी के बैंक खातों को फ्रीज करा दिया था. जिनमें करीब 26 करोड़ रुपये जमा है. ये कार्रवाई गुरुवार को अंजाम दी गई थी. तभी माना जा रहा था कि जल्द ही कंपनी के संचालक भी पुलिस की पकड़ में होंगे. और शुक्रवार को ऐसा ही हुआ.
कंपनी के निदेशक अनुराग गर्ग और सन्देश वर्मा शुक्रवार की सुबह सूरजपुर स्थित पुलिस कार्यालय में बुलाया गया था. जहां दोनों को एसएसपी धर्मेन्द्र सिंह से मिलवाया गया और उसके बाद एसएसपी ने ही थाना सेक्टर 20 के प्रभारी अनिल प्रताप सिंह को बुलाकर इन दोनों को गिरफ्तार करवा दिया.
जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि इस कंपनी में एक गोल्ड व्यापारी के 50 करोड़ रुपये भी लगे हुए हैं. 500 करोड़ के इस घोटाले में 5 लाख के आसपास लोगों ने पैसा इन्वेस्ट किया था. वेब वर्क के मालिक सन्देश वर्मा और अनुराग गर्ग की गिरफ्तारी के बाद अब कई राज़ खुलने की उम्मीद है.
इस मामले में वादी एके जैन ने वेब वर्क कंपनी के मालिक अनुराग गर्ग और सन्देश वर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. पांच सौ करोड़ के इस घोटाले वाली स्कीम में सैंकडो लोगों ने रुपया लगाया हुआ है. पुलिस के बाद इस मामले की जांच भी एसटीएफ को सौंप दी गई है.
वेब वर्क कहें या फिर एबीसी ये दोनों एक ही शख्स की कपंनी हैं. जिनका संचालन नोएडा के सेक्टर 2 में डी-57 से किया जा रहा है. सोशल मीडिया और नेट पर इनकी पहचान ADDSBOOKS.COM के नाम से की जा सकती है. इस कंपनी के जाल में फंस चुके लोग इनके दफ्तर के बाहर प्रदर्शन भी कर चुके हैं.
बताते चलें कि इस मामले का खुलासा अमित कुमार जैन नामक एक सोशल वर्कर की शिकायत के बाद हुआ था. अमित ने भी एबीसी कंपनी में पैसा इन्वेस्ट किया है. उन्होंने 3 लाख 45 हज़ार रुपये का निवेश किया था. कुछ दिन तो इनको पैसा मिलता रहा, लेकिन अब पैसा आना बंद हो गया, इतना ही नहीं अब कंपनी की वेब साइट भी नहीं चल रही है.