
कर्नाटक में एक शख्स ने अपनी पत्नी के पिता, भाई और अन्य दो रिश्तेदारों को आग के हवाले कर दिया. घटना में दो लोगों की मौत हो गई जबकि दो अन्य गंभीर रूप से झुलस गए हैं जिनका इलाज जारी है. दरअसल, बताया जा रहा है कि पति तलाक के लिए अपनी पत्नी की सहमति नहीं मिलने से परेशान था, इसलिए उसने वारदात को अंजाम दिया है. उधर, मामले की जानकारी के बाद नारायणपुर थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है. पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है.
पुलिस ने कहा कि आरोपी कर्नाटक के यादगीर जिले का रहना वाला है. तलाक लेने के लिए अपनी पत्नी से सहमति नहीं मिलने से परेशान शख्स ने बुधवार को अपने ससुर, साला और उनके दो अन्य रिश्तेदारों को बातचीत के लिए अपने घर बुलाया. बातचीत के दौरान सहमति न मिलने पर उसने ससुर, साला और उनके दो रिश्तेदारों को जिंदा जलाकर मारने की कोशिश की. पुलिस ने कहा कि दो रिश्तेदारों की मौत हो गई, जबकि उसके ससुर और साला 80 प्रतिशत तक झुलस गए और उनकी हालत गंभीर है.
मनमुटाव के बाद अलग रहने लगी थी पत्नी
पुलिस के मुताबिक, आरोपी शरणप्पा ने करीब 16 साल पहले हुलिजेम्मा से शादी की थी. दंपती के दो बच्चे हैं. कुछ साल पहले दोनों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा होने लगा. इसके बाद लिंगसुगुर केएसआरटीसी डिपो में मैकेनिक के रूप में काम करने वाली हुलिजेम्मा घर से निकल गई और अलग रहने लगी.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि घटना शरणप्पा के नारायणपुर स्थित घर पर हुई. हुलिजेम्मा के परिवार के सदस्यों के आने से पहले शरणप्पा ने पांच लीटर पेट्रोल खरीदकर रख लिया था. ससुराल पक्ष के लोगों के नारायणपुर स्थित घर पहुंचने के बाद दोनों पक्षों की बातचीत होने लगी. सूत्रों ने बताया कि जब शरणप्पा के ससुराल पक्ष के लोगों ने कुछ शर्तों का विरोध किया तो शरणप्पा ने अचानक उन पर पेट्रोल डाल दिया और आग लगा दी. इसके बाद उसने उन्हें भागने से रोकने के लिए घर को बाहर से बंद कर दिया.
चीख-पुकार सुनने के बाद पड़ोसियों ने तोड़ा दरवाजा
आग लगने के बाद मचे चीख-पुकार को सुनकर पड़ोसियों ने दरवाजा तोड़ा और पुलिस को सूचना दी. यादगीर जिले के एसपी सीबी वेदमूर्ति ने कहा कि आरोपी के ससुर, साला और अन्य दो रिश्तेदार गंभीर रूप से झुलस गए थे. चारों लोगों को रायचूर आयुर्विज्ञान संस्थान ले जाया गया जहां शरणप्पा सरुरु (65 साल), नागप्पा हागरगुंडा (35 साल) की मौत हो गई जबकि हुलिजेम्मा के पिता सिद्धारमप्पा मुरल (65 साल) और भाई मुत्तप्पा मुरल (40) गंभीर रूप से झुलस गए हैं.
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