
महाराष्ट्र के पंचगनी में एक महिला को बंधक बनाकर उसके साथ बलात्कार करने और उसकी हत्या करने की साजिश रचने का मामला सामने आया है. इस संबंध में पुलिस ने 17 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. जिनमें चार महिलाएं भी शामिल हैं. इस घटना के पीछे संपत्ति का विवाद बताया जा रहा है.
अंग्रेजी दैनिक टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक इस माह के शुरू में ही भोसारी निवासी अर्चना राजेंद्र बरकुल और अरुंधति अनिल माणे ने पंचगनी में स्थित एक बंगला किराए पर लिया था. यह बंगला 45 वर्षीय स्टेला नरेंद्र मेहता का है. उन्होंने 8 हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से बंगला किराए पर दिया और वह खुद पास ही बने गेस्ट हॉउस में रह रही थीं. अर्चना और अरुंधति समेत बंगले में रहने के लिए कुल 15 लोग आए थे. जिनमें कुल चार महिलाएं थीं. वे एक रैली के आयोजन में भागीदारी करने के लिए आए थे. स्टेला को उन पर किसी तरह शक भी नहीं था.
बीती चार अक्टूबर को अर्चना नामक महिला ने स्टेला के पास आकर उसके लिए फिश बनाने के लिए कहा. स्टेला ने हामी भर दी. उस दिन स्टेला की बहन भी मुंबई से उसके पास आई हुई थी. दोनों ने उनके लिए फिश बना दी. अर्चना बाद में खाना लेकर चली गई. इसी दौरान अर्चना और उसके साथ आई अन्य महिला अरुणा ने देर रात बहाने से स्टेला की बहन से उसका मोबाइल फोन मांगा. उसे कहीं कॉल करना था, मगर उसका फोन काम नहीं कर रहा था. मोबाइल लेकर वो बंगले की तरफ चली गई.
जब कुछ देर बाद भी वह नहीं लौटी तो स्टेला की बहन गेस्ट हॉउस से निकलकर बंगले की तरफ गई. उसने देखा कि कई व्यक्ति एक साथ बंगले में दाखिल हुए हैं. उसने फौरन गेस्ट हॉउस में जाकर इस बात की जानकारी स्टेला को दी. स्टेला जब बंगले में गई तो वहां करीब आठ पुरुष और एक महिला कमरे में बैठे थे. उनके चेहरों पर नकाब थे. उन्होंने स्टेला को पकड़ लिया और उसके मुंह पर टेप लगा दी. उसके हाथ पांव बांध दिए. स्टेला ने सुना के वे उसके साथ रेप की बात कर रहे थे और वे उसे मार डालना चाहते थे. ये सुनकर स्टेला के होश उड़ गए. कुछ मिनट बाद ही स्टेला की बहन उसे देखने के लिए वहां पहुंची. उन लोगों ने उसे भी पकड़ लिया और बांध दिया. फिर दोनों महिलाओं को एक कार में डाल दिया गया.
कुछ देर बाद कार चल पड़ी. कुछ दूर चलने के बाद ही कार ने रास्ते में एक पुलिस पेट्रोलिंग कार को पास किया. पुलिस वालों की नजर कार पर पड़ गई. उन्हें शक हुआ. पुलिस ने आगे जाकर कार को रोक लिया. कार की पिछली सीट पर बैठी स्टेला के मुंह से टेप हटाई गई. स्टेला ने पुलिस को सारा मामला बता दिया. पुलिस ने स्टेला की बहन को कार की डिग्गी से बरामद किया. कार चालक और कार सवार व्यक्ति को पुलिस ने फौरन गिरफ्तार कर लिया.
इसके बाद पुलिस ने स्टेला के बंगले पर जाकर अन्य 15 लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया. पुलिस को आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि उनकी नीयत बंगला कब्जाने की थी. इसलिए उन्होंने ये साजिश रची. इस पूरी साजिश का मास्टर मांइड पुणे के शिवाजीनगर का रहने वाला तेजिन्दर सिंह अहलुवालिया था. जो स्टेला से बंगला खाली कराना चाहता था. पुलिस के मुताबिक तेजिन्दर ने स्टेला के पति नरेंद्र मेहता से हाल ही में बंगले का सौदा किया था. जिसकी जानकारी स्टेला को नहीं थी. इसलिए स्टेला ने इस साजिश में उसके पति के शामिल होने का आरोप भी लगाया है.
पुलिस के मुताबिक तेजिन्दर की तलाश में कई जगह दबिश दी जा रही है. उसके खिलाफ पहले से आपराधिक मामले दर्ज हैं. पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है. सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है.