
बाल अधिकारों के लिए काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी के घर चोरी करने वाले तीन-चार लोगों की पहचान कर ली गई है. उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जा सकता है. दिल्ली पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के जरिए चोरी में संलिप्त लोगों की पहचान की है. इस मामले में पुलिस जांच अभी जारी है.
पुलिस उपायुक्त रोमिल बानिया ने बताया कि कैलाश सत्यार्थी के घर और आस-पास लगे सीसीटीवी फुटेज के जरिए चोरी में संलिप्त लोगों की पहचान कर ली गई है. उन्हें बहुत जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. पुलिस उनके खिलाफ पुख्ता सबूत जुटा रही है. इस मामले में सुरक्षा गार्डों और रेहड़ीवालों से भी पूछताछ हुई है.
जानिए कब हुई चोरी की वारदात?
जानकारी के मुताबिक, बीते सोमवार की रात कैलाश कॉलोनी के अरावली अपार्टमेंट में स्थित कैलाश सत्यार्थी के घर में घुसे चोरों ने लाखों के सामान पर हाथ साफ कर दिया. वारदात के वक्त घर पर ताला लगा हुआ था. चोरों ने बंद घर का ताला तोड़कर नोबेल अवार्ड और प्रशस्ति-पत्र के ज्वैलरी और कैश भी चुरा लिया.
सत्यार्थी को कब मिला नोबेल?
बाल अधिकारों की आवाज उठाने वाले कैलाश सत्यार्थी को दिसंबर 2014 में शांति का नोबेल पुरस्कार मिला था. उनके साथ पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा की दिशा में काम करने वाली मलाला यूसुफजई को भी संयुक्त रूप से ये सम्मान दिया गया था. उनकी एनजीओ 'बचपन' बच्चों के अधिकारों के लिए काम करती है.