Advertisement

आंध्र: सेप्टिक टैंक में सफाई के लिए उतरे 7 मजदूरों की मौत

आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में एक निजी मत्स्य पालन केंद्र में सेप्टिक टैंक साफ करने के दौरान 7 सफाईकर्मियों की मौत हो गई.

जहरीली गैस रिसने से हुई मौत जहरीली गैस रिसने से हुई मौत
आशुतोष कुमार मौर्य/IANS
  • चित्तूर,
  • 17 फरवरी 2018,
  • अपडेटेड 6:20 PM IST

सीवर की सफाई करने वाले मजदूरों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. अब आंध्र प्रदेश से सफाई करने के दौरान एकसाथ 7 मजदूरों की मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है. पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, मजदूरों की मौत जहरीली गैस से दम घुटने के चलते हुई. ताजा वारदात आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले की है, जहां एक निजी मत्स्य पालन केंद्र में सेप्टिक टैंक साफ करने के दौरान 7 सफाईकर्मियों की मौत हो गई.

Advertisement

जिले के पलमानेरू ब्लॉक में मोरम गांव के वेंकटेश्वर मछली पालन केंद्र में यह घटना घटी. जानकारी के मुताबिक, सफाईकर्मी जिस सेप्टिक टैंक की सफाई कर रहे थे, उसमें कचरा डाला जाता है .

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, पहले टैंक में मौजूद चार कर्मी बेहोश हो गए. उसके बाद उन्हें बचाने के प्रयास में टैंक में उतरे तीन और कर्मियों की हालत बिगड़ने लगी. ग्रामीणों ने टैंक की छत हटाकर उन्हें बाहर निकाला.

अस्पताल ले जाते समय रास्ते में चार की मौत हो गई और तीन ने अस्पताल में दम तोड़ दिया. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि टैंक में जहरीली गैस बनने के कारण कर्मियों की मौत हुई है.

जिला प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. सफाईकर्मियों के परिजनों का आरोप है कि टैंक में उतरने के लिए उन्हें सुरक्षा उपकरण नहीं दिए गए थे. कंपनी ने प्रत्येक पीड़ित परिवार को 15 लाख रुपये अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है. राज्य सरकार ने भी प्रत्येक परिजन को 10 लाख रुपये देने की घोषणा की है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement