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बिहार: युवक को बंधक बना करवा दी जबरन शादी, वीडियो वायरल

वायरल हुए वीडियो में दिख रहा है कि विवाह के वक्त विनोद चीख रहा है, उसे कई लोगों ने पकड़ रखा है, उसे मारा-पीटा भी जा रहा है और जबरन सिंदूर डलवाया जा रहा है.

इंजीनियर युवक की बंदूक की नोक पर शादी इंजीनियर युवक की बंदूक की नोक पर शादी
सुजीत झा/आशुतोष कुमार मौर्य
  • पटना,
  • 02 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 8:57 PM IST

बिहार से एक व्यक्ति को बंधक बनाकर जबरन शादी करने का एक मामला सामने आया है. युवक को जबरन मारपीट कर विवाह कराने का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. मामला 3 दिसंबर का है और 4 दिसंबर को पुलिस में शिकायत भी दर्ज की गई. लेकिन पुलिस ने करीब एक महीने बाद भी मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है.

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पीड़ित युवक के भाई अवधेश कुमार ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है. पीड़ित विनोद कुमार झारखंड के बोकारो स्टील प्लांट में एक्जिक्यूटिव इंजीनियर है. विनोद अपने एक दोस्त की शादी में शिरकत करने इस्लामपुर जा रहा था. 3 दिसंबर की सुबह वह जैसे ही ट्रेन से पटना पहुंचा, उसके पास सुरेंद्र यादव नाम के व्यक्ति का फोन आया. सुरेंद्र यादव से विनोद की पहचान अपने पिता के इलाज के दौरान हॉस्पिटल में हुई थी.

सुरेंद्र यादव ने फोन कर किसी बहाने से विनोद को मोकामा बुला लिया. फिर पटना छोड़ने के बहाने अपने घर ले गया और बंधक बना लिया. सुरेंद्र यादव ने वहीं अपने बहनोई मदन यादव की बहन से विनोद की जबरन शादी करवा दी. वायरल हुए वीडियो में दिख रहा है कि विवाह के वक्त विनोद चीख रहा है, उसे कई लोगों ने पकड़ रखा है, उसे मारा-पीटा भी जा रहा है और जबरन सिंदूर डलवाया जा रहा है.

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पीड़ित के भाई के मुताबिक, विनोद के साथ उसका एक दोस्त गुड्डू भी था और उसे भी बंधक बनाकर दूसरे कमरे में रखा गया था. उन्होंने बताया कि घटना वाले दिन उन्होंने अपने भाई से बात करने की भरसक कोशिश की, लेकिन उससे बात नहीं हो पाई. अगले दिन सुबह उनके पास मदन यादव का फोन आया और उसने बताया कि विनोद की शादी हो गई है. मदन यादव मोहसिनपुर का सरपंच भी है.

मदन ने अवधेश से विनोद की बात भी कराई, लेकिन अवधेश अपने भाई से पूरी बात नहीं कर पाए और बीच में ही फोन काट दिया गया. किसी अनहोनी की आशंका से अवधेश शिकायत दर्ज कराने खुसरुपुर थाने पहुंचे, जहां से उन्हें पंडारक थाने भेज दिया गया. हालांकि पंडारक थाने पर भी उनकी शिकायत दर्ज नहीं की गई.

पंडारक थाने से कुछ पुलिसकर्मी अवधेश को लेकर मोहसिनपुर गए, हालांकि वहां भी उन्हें अपने भाई से मिलने नहीं दिया गया और वे खाली हाथ लौट आए. उच्च अधिकारियों से शिकायत करने के बाद पुलिस दोबारा मोहसिनपुर गई और विनोद को लड़की पक्ष के चंगुल से छुड़ाकर थाने ले आई.

पुलिस ने 4 दिसंबर की पूरी रात विनोद को लॉकअप में रखा और अवधेश अगले दिन ही अपने भाई से मिल पाए. पुलिस ने मामले में FIR तो दर्ज कर लिया है, लेकिन वारदात के करीब एक महीना बीत जाने के बाद भी अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. अवधेश के अनुसार, उनके परिवार में वही दोनों भाई बचे हैं और उनके माता-पिता का देहांत हो चुका है. अवधेश को अब अपनी अपने भाई की सुरक्षा का डर सता रहा है. उन्होंने कहा कि वह कोर्ट में अर्जी देकर सुरक्षा की मांग करेंगे.

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बता दें कि बिहार में 'पकड़ौवा विवाह' की परंपरा रही है. पकड़ौवा विवाह में अमूमन लड़के की जबरन पकड़कर शादी करा दी जाती है, हालांकि लड़के के किसी एक रिश्तेदार को अमूमन इसकी जानकारी पहले से होती है. लेकिन इस मामले में लड़के के किसी रिश्तेदार को पहले से इसकी कोई सूचना नहीं थी और वीडियो में भी देखा जा सकता है कि विवाह के समय केवल लड़की पक्ष के लोग ही मौजूद थे. हालांकि विवाह की यह परंपरा अब गुजरे जमाने की बात हो चुकी है.

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