
बिहार के उप- मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने 24 सितंबर को पितृपक्ष मेले का उद्घाटन करते हुए अपराधियों से आग्रह किया था कि वह 15 दिनों के इस मेले के दौरान किसी तरह की अपराधिक घटना को अंजाम ना दें. लेकिन अपराधियों ने मोदी की इस अपील को पूरी तरीके से नजरअंदाज कर दिया. इस मेले के आखिरी दिन यानी 8 अक्टूबर को अपराधियों ने एक बड़ी घटना को अंजाम दिया और छपरा में बीजेपी नेता गंगोत्री प्रसाद के बेटे पीयूष आनंद की हत्या कर दी. घटना सोमवार रात 8 बजे की है.
पीयूष आनंद सदर अस्पताल में दवा वितरण केंद्र पर कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर तैनात थे. सोमवार रात वो मोटरसाइकिल से गड़खा थाना क्षेत्र के अलोनी गांव जा रहे थे तभी कुछ अपराधियों ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया. अपराधियों को अपना पीछा करते देख पीयूष ने अपनी बाइक की रफ्तार बढ़ाई और भागने लगे लेकिन कुछ ही दूरी पर जाकर अपराधियों ने उन्हें पकड़ लिया और चाकुओं से गोदकर उनकी हत्या कर दी. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पीयूष आनंद की मौके पर ही मौत हो गई.
जानकारी के मुताबिक पीयूष आनंद खुद पूर्व में बजरंग दल का सक्रिय सदस्य रहा है और वर्तमान में भाजपा के व्यवसायिक प्रकोष्ठ से जुड़ा हुआ था. हत्या की जानकारी मिलने के बाद गड़खा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. पुलिस ने फिलहाल इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और अपराधियों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के लिए कोशिश कर रही है.
छपरा में हुई इस हत्या को लेकर आम लोगों ने मंगलवार को शांतिपूर्ण तरीके से छपरा बंद का आह्वान किया है. गौरतलब है, 2 हफ्ते पहले मुजफ्फरपुर के पूर्व मेयर समीर कुमार की अपराधियों ने गोलियों से भून कर हत्या कर दी थी. जिसके बाद राज्य के डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने गया में अपराधियों से हाथ जोड़कर अपील की थी कि पितृपक्ष में कम से कम ये काम न करें.