
कई दिनों से डीआरआई कुछ हवाला ऑपरेटरों की निगरानी कर रही थी. टेक्निकल सर्विलान्स के जरिये उनको ट्रैक करने की कोशिश की जा रही थी. तभी डीआरआई को पता चला कि हवाला ऑपरेटर विदेशों में पैसा भेजने के लिए विमान सेवा से जुड़े कर्मचारियों को इस्तेमाल कर रहे हैं. उनके जरिए बड़ी मात्रा में करेंसी को विदेश भेजी जा रही है. इसी के चलते डीआरआई की टीम ने जेट एयरवेज की फ्लाइट में छापा मारकर हवाला की बड़ी रकम बरामद की, जिसे लेकर एक एयरहोस्टेस हांग कांग जा रही थी.
ऐसे पकड़ में आई एयरहोस्टेस देवशी
हवाला नेटवर्क को ट्रेस करते समय डीआरआई को जानकारी मिली कि जेट एयरवेज की फ्लाइट से हवाला का पैसा विदेश भेजा जा रहा है. ये जानकर डीआरआई के अधिकारी हैरत में पड़ गए कि भला इस तरह से कैसे पैसा विदेश भेजा जा सकता है. डीआरआई को जांच में पक्की जानकारी मिली कि पैसा एक बार नहीं बल्कि कई बार विदेश भेजा जा चुका है, इसी जानकारी के आधार पर डीआरआई की एक टीम आईजीआई एयरपोर्ट पहुंच गई और वहां अपना जाल बिछा दिया. और एक ऑपरेशन के तहत एयरहोस्टेस देवशी को सोमवार की सुबह तीन बजे गिरफ्तार कर लिया गया. उसके पास से डीआरआई को 4 लाख 80 हज़ार 200 डॉलर मिले, जिनकी कीमत भारतीय करेंसी के मुताबिक 3 करोड़ 21 लाख रुपये थी.
एयरहोस्टेस के पास कहां से आई रकम?
अब अधिकारी जानना चाहते थे कि आखिर एयरहोस्टेस देवशी के पास इतनी बड़ी रकम कहां से आई. डीआरआई की टीम ने देवशी से पूछताछ शुरू की. देवशी ने अधिकारियों को बताया कि ये पैसा उसे हवाला ऑपरेटर अमित मल्होत्रा ने दिया है, ये पैसा उसे हांगकांग पहुंचाना था. डीआरआई के अधिकारी समझ चुके थे कि एयरहोस्टेस देवशी किसी बड़े सिंडिकेट का एक छोटा हिस्सा है. एयरहोस्टेस से पूछताछ में जेट एयरवेज के दो और कर्मचारियों का नाम सामने आए हैं. डीआरआई जल्द ही उनसे भी पूछताछ कर सकती है.
हवाला ऑपरेटर अमित गिरफ्तार
दूसरी तरफ जब देवशी हांगकांग नहीं पहुंची तो अमित ने उसे फ़ोन लगाया. मगर उसका फ़ोन बंद आ रहा था. दरअसल, अमित को हांगकांग में मौजूद एजेंट ने बताया कि इस बार एयरहोस्टेस हांगकांग पहुंची ही नहीं है. वहीं दूसरी तरफ डीआरआई अमित की तलाश में थी. लिहाजा देवशी के पति ने अमित को पकड़वाने में डीआरआई के अधिकारियों की मदद की. जिसके चलते अमित को झिलमिल कॉलोनी से गिरफ्तार कर लिया गया.
डीआरआई सूत्रों की मानें तो गिरफ्तार हवाला ऑपरेटर अमित मल्होत्रा दिल्ली की भगीरथ पैलेस मार्किट के कुछ कारोबारियों के संपर्क में था. वह उनका पैसा भी हवाला के जरिये विदेश भेजता था. अमित के पिता की दुकान भागीरथ पैलेस में ही थी, पिता की मौत के बाद दुकान अमित संभालने लगा. तभी वो वहां के व्यापारियों के संपर्क में आया. लेकिन कुछ समय बाद उसने वो दुकान बंद कर दी और अपनी ट्रेवल एजेंसी खोल ली.
डीआरआई की टीम ने जब हवाला ऑपरेटर अमित के घर पर छापेमारी की तब वहां से टीम को एक डायरी मिली, जिसमें कुछ कारोबारियों के नाम भी दर्ज हैं. डायरी में कुछ पेमेंट का हिसाब किताब भी लिखा हुआ है. अब ये साफ नहीं है कि ये हिसाब किताब पैसों का है या फिर उसके ट्रैवल्स से जुड़े धंधे का. डीआरआई की टीम अब उन कारोबारियों को भी बुलाने की तैयारी कर रही है, जिनके नाम डायरी में दर्ज हैं.
ऐसे मिले थे अमित और देवशी
करीब चार महीने पहले अमित हांग कांग गया था. इसके बाद वह जेट एयरवेज की फ्लाइट से दिल्ली लौट रहा था. उसी फ्लाइट में उसकी नजर एयरहोस्टेस देवशी पर पड़ी. फ्लाइट जब मिड एयर में थी, तो अमित देवशी के पास गया और उसने देवशी की बढ़िया सर्विस के लिए उसकी तारीफ की. उसने खुद को एक बड़ा व्यापारी बताते हुए उसका नंबर मांगा. देवशी ने अमित को अपना नंबर दे दिया.
लालच में आकर देवशी ने किया ऐसा काम
दिल्ली लौटने के दूसरे दिन ही अमित ने देवशी को मैसेज किया और मिलने के लिए वक्त मांगा. एक दिन बाद ही दोनों की मुलाकात हो गई. पहली मुलाकात में ही अमित ने देवशी से अपने गंदे धंधे के बारे में बताया. उसने कहा कि वो दिल्ली से कैश लेकर हांग कांग जाता है और बदले में मोटी रकम कमाता है. देवशी ने इस ऑफर को ठुकरा दिया और वापस चली आई. लेकिन अमित ने देवशी को अपने जाल में फंसाने की कोशिश जारी रखी. अमित हर रोज उसे नए नए ऑफर देता था. लिहाजा देवशी भी लालच में पड़ गई और कैश ले जाने को तैयार हो गई. देहरादून की रहने वाली देवशी की शादी अभी 2017 में ही हुई थी और वह अपने पति के साथ मयूर विहार में रहती थी.