
राजद्रोह के मामले में गिरफ्तार जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के रिसर्च स्कॉलर शरजील इमाम की मोबाइल फोन की तलाश शुरू हो गई है. दिल्ली में पूछताछ के दौरान शरजील ने यह स्वीकार किया कि भाषण के दौरान जोश-जोश में उसने असम को देश से अलग करने का बयान दे दिया था.
गिरफ्तार होने से पहले शरजील ने अपने परिवार की मदद से फोन को बिहार में छिपा दिया था. फोन की बरामदगी के लिए क्राइम ब्रांच की टीम अब बिहार जाएगी. इसके साथ ही शरजील के दोस्तों से भी पूछताछ की जाएगी.
नोटिस देकर दोस्तों को बुलाया जाएगा
वीडियो फुटेज के आधार पर शरजील इमाम के साथ भड़काऊ भाषण देने वाले उन लोगों और छात्रों को भी चिन्हित किया जा रहा है, जिन्होंने जामिया और एएमयू में विवादित बयान दिया था. उन्हें नोटिस देकर पूछताछ में शामिल होने के लिए बुलाया जाएगा.
पूछताछ कर रही क्राइम ब्रांच की टीम को शरजील के मोबाइल फोन और लैपटॉप से अहम सुराग मिलने की उम्मीद है.
शरजील इमाम के मोबाइल फोन की बरामदगी के लिए क्राइम ब्रांच की टीम शरजील को लेकर बिहार जा सकती है. उसने अपने परिवार की मदद से अपना फोन बिहार में छुपा दिया था.
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इमाम ने किए कई खुलासे
इस बीच दिल्ली में पूछताछ के दौरान शरजील इमाम ने कई अहम खुलासे भी किए. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम से पूछताछ में शरजील ने यह स्वीकार किया कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में भड़काऊ भाषण देने का वीडियो उसका ही है और इस वीडियो में कोई छेड़छाड़ नहीं हुई है.
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हालांकि, शरजील इमाम का यह भी कहना है कि वायरल हुआ वीडियो पूरा नहीं है. उसने एक घंटे तक भाषण दिया था. लेकिन भाषण के दौरान जोश-जोश में उसने असम को देश से अलग करने का बयान दे दिया.
दूसरी ओर, शरजील इमाम से पूछताछ करने वाले क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल के अफसरों का मानना है कि शरजील ने सोच समझ कर रणनीति के तहत भाषण दिया था.