
अंबाला की सेंट्रल जेल में बंद हनीप्रीत इंसा के परिजन छोटी दिवाली के मौके पर गुपचुप तरीके से उससे मिलने पहुंचे. परिजनों ने हनीप्रीत को मिठाई और मोमबत्ती दी. यह मुलाकात करीब 35 मिनट चली. हनीप्रीत से मिलने वालों में उसके माता-पिता, भाई और भाभी शामिल थे.
हनीप्रीत की ये दिवाली अंबाला की सेंट्रल जेल में मन रही है. वह अंबाला जेल की सेल नंबर 11 में दिन काट रही है. उसके परिवार वाले बुधवार को गुपचुप तरीके से वहां पहुंचे और चार लोगों ने हनीप्रीत से बारी-बारी आमने-सामने टेलीफोन पर 35 मिनट तक बातचीत की. हनीप्रीत के परिजनों के साथ एक वकील भी मिलने गए थे. लेकिन जेल प्रशासन ने उन्हें हनीप्रीत से मिलने नहीं दिया.
रोहतक जेल में बंद बलात्कारी बाबा राम रहीम और अंबाला जेल में बंद हनीप्रीत इससे पहले जब भी दिवाली मनाते थे तो ऐसी शान शौकत से कि देखने वाले भी हैरान रह जाते थे. लेकिन पहली बार ऐसा है कि हनीप्रीत अंबाला की सेंट्रल जेल में अपनी दिवाली अपराधियों और गुनाहगारों के साथ मनाएगी.
दिवाली से ठीक पहले हनीप्रीत के पिता रामानंद तनेजा, माता आशा तनेजा, भाई साहिल तनेजा और भाभी सोनाली उससे मिलने के लिए अंबाला सेंट्रल जेल पहुंचे. जिस जगह हनीप्रीत से इन लोगों ने मुलाकात की, वहां मोटी शीशे की दीवारों और मोटे-मोटे लोहे के जंगलों के ठीक पीछे हनीप्रीत खड़ी थी. शीशे की दीवार के इस पार उसके परिजन मौजूद थे.
इन लोगों ने इंटरकॉम के माध्यम से बारी-बारी लगभग 35 मिनट तक हनीप्रीत से बातचीत की. अपने परिजनों को देख हनीप्रीत खुद को संभाल नहीं पाई और फूट-फूट कर रोने लगी. लेकिन हनीप्रीत के आंसुओं को उसके घरवाले पोंछ नहीं पाए. हनीप्रीत काफी देर तक रोती रही. परिजनों ने हनीप्रीत को मोमबत्ती और दिवाली के लिए कुछ मिठाई भी दी. जिसे पहले हनीप्रीत ने लेने से मना कर दिया लेकिन बाद में परिजनों का दिल रखने के लिए उसने मोमबत्ती और मिठाई कबूल कर ली.
हनीप्रीत और उसके परिजनों की मुलाकात से पूर्व थाना बलदेव नगर के SHO रजनीश यादव ने हनीप्रीत के परिजनों से गहनता से पूछताछ की और उनकी आइडेंटिफिकेशन वेरीफाई करने के बाद ही उन्हें मुलाकात की इजाजत दी गई. हनीप्रीत से मिलने घरवालों के साथ एक वकील भी पहुंचे थे लेकिन हनीप्रीत से मिलने वाले लोगों की सूची में उनका नाम नहीं था. जिसके कारण जेल प्रशासन ने वकील को हनीप्रीत से मिलने नहीं दिया.