Advertisement

बांग्लादेशः ढाका में भारतीय नकली नोटों की तस्करी कर रहा था ये रैकेट

बांग्लादेश की राजधानी ढाका में भारतीय नकली नोटों का कारोबार करने वाले एक रैकेट का पर्दाफाश हुआ है. इस रैकेट के सदस्य 2000 रुपये के फर्जी नोट छाप रहे थे. भारतीय जांच एजेंसी NIA को शक है कि पिछले साल पकड़े गए नकली नोट रैकेट के शातिर सदस्य दोबारा एक्टिव हो गए हैं.

NIA की टीम लगातार इस संबंध में बांग्लादेश के अधिकारियों से बात कर रही है NIA की टीम लगातार इस संबंध में बांग्लादेश के अधिकारियों से बात कर रही है
परवेज़ सागर
  • नई दिल्ली,
  • 22 मई 2017,
  • अपडेटेड 2:14 PM IST

बांग्लादेश की राजधानी ढाका में भारतीय नकली नोटों का कारोबार करने वाले एक रैकेट का पर्दाफाश हुआ है. इस रैकेट के सदस्य 2000 रुपये के फर्जी नोट छाप रहे थे. भारतीय जांच एजेंसी NIA को शक है कि पिछले साल पकड़े गए नकली नोट रैकेट के शातिर सदस्य दोबारा एक्टिव हो गए हैं.

एनआईए ने गृह मंत्रालय को जानकारी दी है कि ढाका में गिरफ्तार किए गए आरोपियों में बांग्लादेशी नागरिकों के अलावा एक पाकिस्तानी नागरिक भी शामिल है. जिसकी पहचान दानिश के रूप में हुई है. ये सभी आरोपी नकली भारतीय नोटों की तस्करी में जुटे हुए थे.

Advertisement

सूत्रों के मुताबिक दानिश की पत्नी भी इस कारोबार में उसका साथ देती है. ये दोनों पिछले आठ वर्षों से भारतीय नकली नोटों की तस्करी करने वाले रैकेट में शामिल हैं.

हालांकि अब तक की जांच से पता चला है कि demonetization के बाद ये लोग भारतीय नकली नोट अभी तक नहीं बना पाए हैं. पर NIA इस मामले में पाकिस्तान के संभावित संबंधों की जांच कर रही है. NIA ने ढाका के जांच अधिकारियों से पाक लिंक के बारे में और ज्यादा जानकारी मांगी है.

बांग्लादेश में इस रैकेट के पास काफी सामान बरामद हुआ है. जिसमें नोट छापने की मशीन के अलावा लोहे से बनी एक नकली नोट काटने की मशीन, नकली नोटों की छपाई के छह पेज, पूरी तरह से मुद्रित नकली 2000 के भारतीय नोट और आंशिक रूप से मुद्रित एफआईसीएन के 24 पेज और कलर प्रिंटर भी शामिल हैं.

Advertisement

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement