
दिल्ली और नोएडा को जोड़ने वाले DND फ्लाईवे पर शनिवार की रात हुए भीषण एक्सिडेंट के 30 घंटे बीत चुके हैं, लेकिन अब तक कार की टक्कर से यमुना में जा गिरे बाइक सवार को ढूंढा नहीं जा सका है. शनिवार से अब तक दर्जनभर गोताखोर लगातार यमुना में सर्च ऑपरेशन में लगे हुए हैं, लेकिन बाइक सवार का कुछ अता-पता नहीं है.
उधर 10 लाख की हार्ले डेविडसन को जबरदस्त टक्कर मारने वाला कार का ड्राइवर भी फरार चल रहा है. पुलिस ने वाहनों के रजिस्ट्रेशन नंबर से उनकी पहचान तो कर ली है, लेकिन अब तक किसी की तलाश नहीं कर सकी है.
पूर्व सांसद का बेटा निकला लापता बाइक सवार
हादसे का शिकार हुए बाइक सवार की पहचान अंशुमन पुरी के तौर पर हुई है. वह पूर्व सांसद सूर्यप्रकाश पुरी का बेटा है. हालांकि अंशुमन के माता-पिता की मौत काफी पहले हो चुकी है और वह सरिता विहार में अकेले रह रहा था.
पुलिस जब सरिता विहार अंशुमन के घर पहुंची तो उसके घर पर ताला लटका मिला. हादसे के बाद से अंशुमन का मोबाइल भी स्विच ऑफ बता रहा है.
कार मालिक की बेटी, ड्राइवर घर में तला लगा भागे
वहीं बाइक को टक्कर मारने वाली टोयोटा इटियोस कार के मालिक की तलाश की गई तो कार बप्पा सिंह के नाम पर रजिस्टर्ड पाया गया. बप्पा सिंह कनाडा में रहता है और यह कार उसने दिल्ली में रह रही अपनी बेटी को गिफ्ट की थी. वहीं पता चला कि हादसे के वक्त कार चला रहा ड्राइवर द्वारका का रहने वाला है.
पुलिस जब बप्पा सिंह की बेटी को तलाश करते हुए गोला डेयरी के उसके घर पहुंची तो उसका घर भी बंद मिला. बप्पा सिंह की बेटी और आरोपी ड्राइवर दोनों ही हादसे के बाद से फरार हैं. पुलिस दोनों की तलाश कर रही है.
बता दें कि शनिवार की रात करीब 1 बजे अंशुमन अपनी हार्ले डेविडसन से नोएडा से दिल्ली आ रहा था. तभी यमुना नदी के ठीक उपर पुल पर पीछे से कार ने जबरदस्त टक्कर मारी. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि कार की रफ्तार इतनी तेज थी और टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि अंशुमन कई फिट उछलकर यमुना में जा गिरा .
राहगीरों ने तत्काल पुलिस को सूचित किया. आनन-फानन में पुलिस टीम, दमकल विभाग, बोट क्लब, गोताखोर और DND स्टाफ घटनास्थल पर पहुंच गए और गोताखोरों ने तुरंत अंशुमन की तलाश शुरू कर दी, लेकिन हादसे के 30 घंटे बीत चुके हैं और अंशुमन को अब तक खोजा नहीं जा सका है.