
दिल्ली पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपये ठगने वाले गिरोह के दोनों मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी दोनों ने जब पूछताछ में राज उगलने शुरू किए तो पुलिस के भी होश उड़ गए.
पुलिस ने बताया कि दरअसल गिरफ्तार महिला और पुरुष आपस में मां-बेटे हैं. मां पेशे से डॉक्टर है और बेटा इंजीनियर, इसके बावजूद दोनों जल्दी से अमीर बनने के लालच में लोगों को ठगने का धंधा करने लगे. पुलिस ने उनकी पहचान माधुरी और विशाल के रूप में की है.
पुलिस के मुताबिक, दोनों नेताजी सुभाष प्लेस इलाके में मास्टेक एक्सपर्ट्स इन्फोसोल्यूशंस नाम से कॉल सेंटर चलाता था. दोनों युवाओं को जर्मनी, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया सहित विदेशों में ड्राइवर से लेकर मैनेजर तक की नौकरी दिलाने का झांसा देते थे.
पुलिस के मुताबिक, अब तक 30 लोगों को ठगी का शिकार बनाकर दो करोड़ रुपये तक की ठगी की बात सामने आई है. पुलिस ने उनके पास से 77 पासपोर्ट, रबर स्टांप, 11 हार्ड डिस्क, वीजा के फर्जी दस्तावेज और अप्वाइंटमेंट लेटर बरामद किए हैं.
पुलिस ने बताया कि ठगी के इस धंधे में दोनों का साथ एक और शख्स दे रहा था. वह गिरफ्तार महिला माधुरी का भाई अशोक है, जिसकी पुलिस ने तलाश शुरू कर दी है. पुलिस ने बताया कि उन्हें इसी साल जनवरी में उनके खिलाफ शिकायत मिली थी.
पुणे में भी 100 लोगों का शिकार
दोनों ठग मां-बेटे दिल्ली में ही सक्रिय नहीं थे, बल्कि पुणे में भी उन्होंने अपना गोरखधंधा फैला रखा था. माधुरी पांच साल पहले दिल्ली के किराड़ी इलाके में एक निजी नर्सिंग होम में काम करती थी. इस बीच उसके बेटे ने देहरादून से एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस में इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की.
इसी दौरान माधुरी ने कमेटी के जरिए कई लोगों के 50 लाख रुपये लिए और बेटे के साथ कई साल के लिए दिल्ली से गायब हो गई. इस दौरान मां-बेटे पुणे में रहे, जहां से उन्होंने ठगी का अपना गोरखधंधा शुरू किया.
पुलिस के मुताबिक, ठग मां-बेटे ने पुणे में करीब 100 लोगों को चूना लगाया. ठग मां-बेटे की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को उम्मीद है कि पुणे में उनकी ठगी का शिकार हुए लोगों की संख्या बढ़ सकती है.
पुणे में लोगों को ठगकर मां-बेटे वापस दिल्ली आ गए और यहां अपना ठगी का कारोबार शुरू किया. नेताजी सुभाष प्लेस में कॉल सेंटर खोलकर सैकड़ों लोगों से उन्होंने करोड़ों रुपये हड़प लिए. पुलिस ने बताया कि बीते पांच महीने से यह कॉल सेंटर बंद चल रहा था, जिसके बाद शिकायतें आनी शुरू हुईं.