
चेन्नई में एक परिवार के चार सदस्यों के शव छत पर फंदे से लटके मिलने की घटना से हर कोई हैरान है. पल्लावरम के पास अनकापुथुर में शनिवार को पुलिस ने घर का दरवाजा तोड़ कर इन शवों को छत से लटका पाया. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
पुलिस के मुताबिक, मृतकों की पहचान सुदलाईमुत्थु (34 वर्ष), उसकी पत्नी तुलसी (30 वर्ष) और दो बेटियां प्रीति (8 वर्ष) और सरन्या (5 वर्ष) है. इस परिवार को दीवाली वाले दिन से ही घर से बाहर नहीं देखा गया था. आसपास के लोगों ने यही समझा कि सुदलाईमुत्थु का परिवार त्योहार पर कहीं बाहर गया होगा.
घर से दुर्गंध आने पर लोगों ने पुलिस को सूचित किया. पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए क्रोमपेट के सरकारी अस्पताल में भेज दिया है. शवों को देखकर जान पड़ता है कि परिवार के सदस्यों ने कम से कम 5 दिन पहले फंदे से लटक कर जान दी है.
परिवार के आत्महत्या जैसा कदम उठाने के पीछे कर्ज और गरीबी को वजह माना जा रहा है. मृतक सुदलाईमुत्थु की मां विजयलक्ष्मी ने कहा, "मेरी बहू तुलसी ने एक महीने पहले शिकायत की थी एक साहूकार ने अपने पैसे की मांग को लेकर घर में घुसकर उसके साथ बदसलूकी की थी. ये देखकर सुदलाईमुत्थु से रहा नहीं गया और उसने साहूकार पर वार किया. दो दिन बाद पुलिस आई और उसने मेरे बेटे से कहा कि तुम्हारे खिलाफ केस दर्ज हुआ है."
पुलिस की माने तो आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से सुदलाईमुत्थु ने कई लोगों से कर्ज ले रखा था और वह उसे उतार नहीं पा रहा था. घर में घुसकर की गई बेइज्जती सुदलाईमुत्थु बर्दाश्त नहीं कर सका और उसने परिवार समेत खुदकुशी करने का फैसला कर लिया.
बता दें कि तमिलनाडु में लोगों के कल्याण के लिए देश में सबसे ज्यादा योजनाएं लागू हैं, फिर भी कर्ज देने वालों के जाल में फंस कर लोगों के जान देने की घटनाएं सामने आती रहती हैं. ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सरकार ने हेल्थ हेल्पलाइन 104 नंबर और सुसाइड प्रीवेंशन हेल्पलाइन (044-24640050) चला रखी हैं.